भरखर में किसान सभा का आयोजन, सरकार की नीतियों पर सवाल बक्सर खबर। बिहार राज्य किसान सभा के निर्देश पर जिला किसान सभा की कमेटी ने ब्रह्मपुर प्रखंड अंतर्गत कांट पंचायत के भरखर गांव में किसान सभा का आयोजन किया। सभा की अध्यक्षता किसान नेता परमहंस सिद्ध ने की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में अरुण कुमार ओझा ने किसानों की समस्याओं पर जोरदार तरीके से अपनी बात रखी। सभा को संबोधित करते हुए किसान नेता अरुण कुमार ओझा ने कहा कि मौजूदा सरकार में सबसे ज्यादा बदहाल स्थिति किसानों की है। इसके बाद मजदूरों, बेरोजगारों और नौजवानों की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है। सरकार ने किसानों को फसल का दोगुना दाम देने, बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने और मजदूरों की मजदूरी बढ़ाने का वादा किया था, लेकिन आज इन मुद्दों पर कोई बोलने को तैयार नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि किसानों को अपनी मांगों को लेकर संगठित होना होगा और सरकार के समक्ष धरना-प्रदर्शन करना पड़ेगा। इसी संदर्भ में 20 मार्च को जिलाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा, जिसमें अधिक से अधिक किसानों को शामिल होने का आह्वान किया गया। सभा को संबोधित करते हुए किसान नेता कामाख्या नारायण सिंह ने कहा कि वे किसान सभा को और मजबूत बनाने के लिए आए हैं। उन्होंने दिल्ली में हुए किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए बताया कि 13 महीनों तक चले संघर्ष के कारण सरकार को तीनों कृषि कानून वापस लेने पड़े। उन्होंने कहा कि अब भी किसानों की स्थिति सुधारने के लिए कई कदम उठाने की जरूरत है। सभा को नौजवान सभा के धीरेंद्र चौधरी, रामाश्रय सिंह और मोतीलाल सिंह ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि किसान, छात्र, नौजवान और मजदूर अगर एकजुट होकर संघर्ष करें, तो उनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता। सभा के अंत में किसानों को अपने हक के लिए संघर्ष जारी रखने का संकल्प दिलाया गया और आगामी आंदोलनों में भागीदारी की अपील की गई।