-किस-किस को जा रहा है कमीशन, एसडीओ के एक्शन से चर्चा हुई तेज
बक्सर खबर। नगर परिषद के क्षेत्र में गुपचुप दुकान बनाने और उसे अपने नाम करा लेने का खेल चल रहा है। यह एक दो दिन से नहीं पिछले कुछ वर्षो से हो रहा है। पुराना बस स्टैंड हो या शहर का दूसरा हिस्सा। जहां जगह है वहां यह खेल चल रहा है। दुकान किसने बनाई और किसको आवंटित हुई। यह खेल खुलकर सामने न आए। इसका पूरा इंतजाम नगर परिषद के स्तर से कर लिया जाता है। क्योंकि इससे होने वाली मोटी कमाई में बहुत लोग शामिल हैं। धीरे-धीरे एक-एक दुकान बनती है।
अब यहां सवाल यह उठता है कि अगर दुकान बनानी है तो नगर परिषद क्यों नहीं खुल तौर पर उसका निर्माण कराती है। सार्वजनिक तौर पर उसका आवंटन होता। इस प्रक्रिया से कम से कम कुछ सामान्य लोगों को लाभ तो मिलेगा। ऐसा नहीं होने से सभी दुकानें उन्हीं लोगों को मिल रही है। जिन्होंने पूर्व से अपने नाम दुकाने आवंटित करा रखी है। इस खेल में जहां जमीन उपलब्ध नहीं है। वहां छत पर भी कटरे बन रहे हैं। दो दिन पहले अवैध निर्माण की सूचना पर जब एसडीओ ने हस्तक्षेप किया तो मामला चर्चा में आया। लेकिन, इस विषय पर ध्यान देने की आवश्यकता है।