बक्सर खबर। दो गांव के लोग आज रविवार को नदी के पानी को लेकर आमने-सामने आ गए। एक पक्ष नदी में लगे चांचर को हटाने की मांग कर रहा था। दूसरा पक्ष यह कहा रहा था कि हमने मछली मारने का टेंडर लिया हुआ है। हम चाचर नहीं हटाएंगे। वहीं किसानों का कहना था। पानी का बहाव नहीं होने से सेमरी, धनंजयपुर तक पानी जमा हो गया है। फिलहाल जखड़ा मौजा और कोइलिया मौजा की खड़ी फसल पानी में डूबने के कारण बर्बाद हो रही है। लेकिन, दोनों पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं थे। नतीजा दोनों पक्ष आमने-सामने आ गया और जमकर मारपीट हुई।
दो लोग घायल भी हुए। जिनका नाम विरेन्द्र राय व प्रमोद राय है। इसी बीच गोलियां भी चलने लगी। कुल छह राउंड गोली चली। इसकी सूचना किसी ने सिमरी थाने को दी। हालात को देखते हुए कई थानों की पुलिस रामपुर मठिया पहुंची। कुछ ही देर में घटना स्थल पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। मौके पर सिमरी सीओ आमोद कुमार व नया भोजपुर ओपी और आस-पास की पुलिस पहुंच गई। फिर मत्स्य विभाग के अधिकारी से बात की गई।
उन्होंने कहा कि किसी को भी नदी का बहता पानी रोकने का अधिकार नहीं है। उनकी सलाह पर नदी में लगाए गए चाचर को खोला गया। जिससे पानी की निकासी हो सके। सूत्रों के अनुसार यहां एएलसी कंपनी और अरुण चौधरी ने अलग-अलग मौजा का टेंडर लिया हुआ है। वे यहां मछलियां पालते हैं, अथवा नदी में आने वाली मछलियों को जाल से निकालते हैं। यही पक्ष व्यवधान पैदा कर रहा था। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज होगी। क्योंकि ग्रामीण किसान इसके लिए अड़े हुए हैं। सूत्रों की माने तो अभी भी पुलिस मौके पर कैंप कर रही है।