-कहा क्या होगी ऐसी जब लोग मांगने को मजबूर हो भिक्षा
बक्सर खबर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा मंगलवार को राज्यव्यापी धरना दिया गया। संगठन से जुड़े छात्रों ने अपने-अपने घरों से इसकी आवाज बुलंद की। वहीं दीपक यादव डुमरांव ने सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए कुछ लोगों ने साथ सांकेतिक धरना दिया। दो घंटे के इस अभियान में 10 से 12 बजे तक युवाओं ने राज्य सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की। उनके हाथों में तख्तियां थी। जिस पर तरह-तरह के संदेश लिखे थे।
जिला संयोजक त्रिभुवन पाण्डेय मीडिया को भेजे अपने संदेश में कहा कि एक तो बिहार सरकार साल में एक बार टेट का परीक्षा कराने की बात कहती है। लेकिन, राज्य में तो 10 साल में केवल 2 बार एसटीईटी की परीक्षा लेती है। इसके उपरांत भ्रष्ट तंत्र के कारण न्यायालय की अवहेलना करते हुए परीक्षा को भी रद्द कर दिया जाता है। युवाओं का भविष्य बर्बाद करने वाली इस सरकार का हम विरोध करते हैं। प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य विवेक सिंह ने कहा कि बिहार सरकार एक तरफ 34000 शिक्षकों की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी करती है।
दूसरी तरफ एसटीईटी की परीक्षा रद्द करती है। आखिर सरकार की क्या मंशा है, यह समझ के परे है। इस राज्यव्यापी धरने को सफल बनाने में अविनाश पाण्डेय, प्रशांत राय, शुभम राय, गजेंद्र कुमार, नगर मंत्री रविरंजन पासवान, जिला संपर्क प्रमुख कुश पाण्डेय, विवेक तिवारी, दिवाकर कुमार, पवन कुमार, अमन कुमार, संतोष दुबे, दीपक कुमार आदि शामिल हुए। वहीं दूसरी तरफ डुमरांव में ज्योति भगत ने भी इस विषय को लेकर आवाज बुलंद की।