बक्सर खबर : कांग्रेस जिला इकाई की टीम ने सोमवार को नंदन गांव का दौरा किया। जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवद्र्धन के नेतृत्व में वहां पहुंचे सदस्यों ने उन परिवारों से मुलाकात की। जिनके सदस्यों को उपद्रवी बताकर जेल भेज दिया गया है। वहां से लौट कर जिलाध्यक्ष ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा हम इस घटना की निंदा करते हैं। अगर किसी को विरोध करना था तो लोकतांत्रिक तरीका अपना चाहिए था। लेकिन घटना के बाद प्रशासन ने जो रवैया वहां जांच के नाम पर अख्तियार किया है। वह कहीं से उचित नहीं है।
हमारी पार्टी ने निर्णय लिया है। बेगुनाह लोगों को हमारे दल द्वारा इंसाफ दिलाने के लिए न्यायालय में मुफ्त सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही पार्टी गांव के दलित लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए उच्च स्तरीय जांच की मांग करती है। स्थानीय प्रशासन के माध्यम से इसका पत्र वरीय पदाधिकारियों को भेजा जाएगा। जो लोग घटना के जिम्मेवार नहीं हैं। उनको परेशान नहीं किया जाना चाहिए।
जिलाध्यक्ष ने कहा वहां कुछ शिक्षकों ने काला झंडा दिखाया। उनके उपर मुकदमा कर दिया गया है। ऐसा नहीं होना चाहिए। कार्यपालक सहायक अपनी नौकरी के लिए विरोध कर रहे हैं। उनका तरीका गलत नहीं है। ऐसे लोगों को परेशान करना प्रशासन की गलत नियत को दर्शाता है। हमारी पार्टी इसका विरोध करती है। प्रेस वार्ता के दौरान जिलाध्यक्ष के साथ पूर्व जिलाध्यक्ष अनिरुद्ध पांडेय, राहुल आनंद, बजरंगी मिश्रा उपाध्यक्ष समेत बहुत से कार्यकर्ता उपस्थित थे।