बक्सर खबर : जिले में फर्जी तरीके से प्रेस क्लब के नाम से संस्था बना ली गई है। जब इस क्लब के गठन की बात कही गई थी, उसी समय बक्सर पत्रकार संघ ने इसका विरोध किया था और जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा था। तत्कालीन डीएम रमण कुमार ने जन संपर्क विभाग को पत्र भेज इसकी सूचना दी और प्रेस क्लब को मान्यता नहीं दी। बावजूद इसके एक बार फिर फर्जी तरीके से चंद लोगों द्वारा प्रेस क्लब का गठन कर लिया गया। गठन की प्रक्रिया चोरी-चुपके पूरी की गई और इसकी जानकारी बक्सर के पत्रकारों को नहीं दी गई। हैरानी तो तब हुई जब अपनी संख्या विस्तार के लिए अवैध तरीके से प्रेस क्लब के नाम से प्रेस कार्ड बनाकर कुछ लोगों के बीच वितरित कर दिया गया।
यह मामला तब खुला जब कुछ पत्रकारों का उनकी मर्जी के बगैर ही प्रेस कार्ड बना दिया गया। जब इस संदर्भ में वैसे पत्रकारों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से उन्होंने बनाए गए कार्ड को ग्रहण किया ताकि उस कार्ड का कोई और दुरुपयोग न कर सके। इन्हीं सब बिंदुओं को लेकर बक्सर पत्रकार संघ ने आज रविवार को एक आपात बैठक की, जिसमें पत्रकारिता के नाम पर कुछ लोगों द्वारा मनमाने तरीके से प्रेस क्लब का गठन करने की निंदा गई। बैठक में मौजूद पत्रकारों ने प्रेस क्लब के गठन के विरोध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया। ज्ञापन की प्रति मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और सूचना और जनसंपर्क मंत्री व विभागीय प्रधान सचिव को भी भेजी जाएगी।
इस लड़ाई को मुकाम तक पहुंचाने के लिए पत्रकारों ने ओंकार नाथ मिश्रा को पत्रकार संघ का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया। मिश्रा ने कहा कि फर्जी पत्रकार और फर्जी क्लब के खिलाफ हम सभी एकजुट होकर लड़ेंगे। वहीं संघ के सचिव रवि मिश्रा ने कहा कि पत्रकार और पत्रकारिता के नाम पर शर्मसार करने वाली किसी भी तरह की हरकत कदापि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसा करने वालों को माकूल जवाब दिया जाएगा। संघ के संरक्षक बबलू उपाध्याय ने कहा कि पत्रकारिता की आड़ में दलाली करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। समाज में उनके कृत्यों को बेनकाब किया जाएगा, ताकि मीडिया की साख को बट्टा न लगे। बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष अविनाश उपाध्याय व संचालन संरक्षक वरिष्ठ पत्रकार राम इकबाल ठाकुर ने किया। इस दौरान श्रीमन्ननारायण पांडेय, मुस्ताक हुसैन बंटी, अरविंद चौबे, अमित चंद्रा, सुनील शर्मा, राजेश, राहुल कुमार, धीरज कुमार सहित अन्य पत्रकार मौजूद रहे।