बक्सर खबर(एपिसोड संख्या 101)। चौसा बदल रहा है। जिले के सबसे बड़े गांवों में से एक चौसा को लोग शेरशाह और हुमायूं के साथ हुए युद्ध के लिए याद करते हैं। लेकिन यहां महर्षि च्यवन का आश्रम हुआ करता था। फिलहाल हम अपने साप्ताहिक कालम यह भी जाने में यहां के युद्ध स्थल की चर्चा कर रहे हैं।
जिसके विकास की आश जगी है। देखिए यहां की वास्तविक स्थिति और होने वाले विकास कार्यों की चर्चा। हमारा यह (यह भी जाने) कालम सप्ताह में एक दिन मंगलवार को प्रकाशित होता है। जिसमें हम आपके समक्ष जिले के पौराणिक, ऐतिहासिक तथ्यों के अलावा ज्ञानवर्धक जानकारियों को प्रस्तुत करते हैं।