बक्सर खबर। देश के लिए शहीद होना सबसे बड़ा गर्व है। यह अवसर सिर्फ उन्हीं के जीवन में आता है। जो फर्ज की राह पर चलते हैं। आर्मी में तैनात हरेन्द्र कुमार सिंह के साथ भी ऐसा ही हुआ है। उनका शव दानापुर की टुकड़ी लेकर पैतृक गांव रघुनाथपुर पहुंची। जो राजपुर प्रखंड के बारुपुर पंचायत में आता है। वहां से परिजनों के साथ शहीद का शव चरित्रवन के गंगा घाट आया। यहां सेना द्वारा अपने सलामी के साथ उनको विदा किया गया। पुत्र रोहित ने मुखाग्नी दी।
उनके चाचा रामाशंकर सिंह जो पूर्व फौजी हैं। उन्होंने बताया कि 27 वर्षो तक उसने देश की सेवा की। 27 को ड्यूटी के दौरान उसका स्वास्थ्य अचानक खराब हुआ। सेना अस्पताल ले जाया गया। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। वे जम्मू कश्मीर के सतवारी में पोस्टेड थे। उनके सम्मान में ज्ञानप्रकाश उपाध्याय, कामेश्वर यादव, सत्येन्द्र कुशवाहा, धनजी, मनजी सिंह व आस-पास के बहुत गांवों से लोग पहुंचे थे।