-ग्रामीण ने कहा तनाव में हैं हम लोग, मूर्ति तोड़ने का है डर
बक्सर खबर। मुफस्सिल थाना के पंडितपुर गांव में जिस जमीन पर डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा लगाई गई है। वह भूमि सार्वजनिक नहीं। वह गांव के दलितों की है। यह दावा आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष सुरेश राम ने किया। उन्होंने बक्सर खबर से फोन पर बातचीत में इसका दावा किया और कहा 1982 में ही इसका पर्चा लोगों को दिया गया था।
वहीं दूसरी तरफ पंडितपुर गांव के रहने वाले जितेन्द्र प्रसाद ने कहा है कि मूर्ति लगने के बाद से गांव में तनाव है। कुछ लोग बाबा साहब की प्रतिमा तोड़ना चाहते हैं। गांव के दलितों का बाहर निकला दूभर हो गया है। गांव में अगड़ी बिरादरी के लोग हैं। वे हमें धमका रहे हैं। पुलिस से शिकायत करने पर वह हमारी नहीं सुन रही। हालांकि इस गांव में तनाव की जड़ वह भूमि है। जिसे कोई अपना तो कोई सार्वजनिक उपयोग की बता रहा है।