बक्सर खबर। ऐसा युवक जिसने अपने उम्र के लोगों को रोजगार मुहैया कराया हो। वह सफल इंसान तो जरूर रहा होगा। इस जहां से सदा के लिए विदा हो जाने के बाद भी उसे अगर कोई याद करे तो वह अच्छा इंसान तो होगा ही। ऐसा कहा जा सकता है। बजाज बाइक के डीलर अजीत सिंह के बारे में। आज मंगलवार को कैलाश बजाज शोरूम परिसर में दीप जला संस्था के कर्मचारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। 27 अगस्त को उपचार के दौरान अजीत सिंह का स्वर्गवास हो गया था।
इसमें से अधिकांश युवक अपने उस बड़े भाई को देखने अस्पताल भी गए थे। क्योकि अजीत ने उन्हें सिर्फ काम ही नहीं दिया। भाई की तरह प्यार भी दिया था। महज 34 वर्ष की उम्र में अचानक सबको छोड़कर चले जाना। क्या अच्छे व्यक्ति का जीवन इतना छोटा होता है। यही सवाल इन युवाओं के मन में था। जो हाथों में कैंडल लेकर उसकी तस्वीर के सामने खड़े थे। जिसके नीचे वह तारीख लिखी थी। जिसने सदा के लिए एक व्यक्ति अंत कर दिया।