-यादगार अवसर जब घट जाती हैं देश की दूरियां
बक्सर खबर। भारतीय त्योहार सिर्फ आध्यात्मिक आयोजन भर नहीं है। इनके अंदर अनेक विशेषताएं समाहित हैं। यह तस्वीर छठ के दिन डुमरांव में ली गई थी। इसमें दादी भी हैं, सास और बहू भी मां और बेटा भी, पति-पत्नी के अलावा भाई और बहन भी। कोई पटना से आया था, कोई देहरादुन और कोई ग्वालियर से। तीन पीढ़ियां एक साथ, एक तस्वीर में देखने का सौभाग्य भारतीय संस्कृति प्रदान करती है।
जो यह बताता है, भारतीय त्योहार सिर्फ पूजा मात्र ही नहीं परिवार को जोड़ने और संस्कार का सृजन करने वाले हैं। यह भारतीय संस्कृति की विशेषताएं हैं। जिसका बखान हर जगह मिलता है। ऐसा नहीं है इसकी शुरूआत आज के दौर में हुई हो। यह भारतीय मनिषियों की देन हैं। जिन्होंने परिवार, संस्कार और संस्कृति को इस तरह पिरोया है कि पूरा समाज एक दूसरे से हमेंशा संस्कारों के साथ जुड़ा रहता है।