जामुन में है पानी को स्वच्छ बनाने की क्षमता

0
951

– टंकी को काई से बचाने के लिए कर सकते हैं लकड़ी का प्रयोग
बक्सर खबर (यह भी जानें)। जामुन पेड़ आपने जरुर देखा होगा। संभव है उसे फल आपने खाए हों। क्योंकि अपने इलाके में जामुन अमूमन हर जगह मिल जाता है। इसके बहुत फायदे भी हैं। इसकी चर्चा हम आज अपने साप्ताहिक कालम यह भी जाने के अंतर्गत करेंगे। वैसे तो इसका फल वर्ष में एक बार ही मिलता है। लेकिन इसकी लकड़ी का प्रयोग पानी को साफ रखने के लिए किया जाता है। यह बहुत पुरानी विधि है। लेकिन, समय के साथ इसका प्रयोग कम होता जा रहा है।

हम यह भी कह सकते हैं। बहुत से लोगों को इसके बारे में जानकारी ही नहीं है। इस वजह से इसका प्रचलन कम हो गया है। लेकिन, आपको बता दें, जितना गुणकारी जामुन का फल है, उतना ही उसकी लकड़ी। वह पानी में सड़ती नहीं। उसे स्वच्छ भी करती हैं। इसी लिए पुराने जमाने में तालाब, बावड़ी, कुएं की तलहटी में इसकी लकड़ी का प्रयोग होता था। जिसे ग्रामीण भाषा में लोग जमवट कहते थे। कहने का सीधा तात्पर्य है, आप जामुन की मोटी लकड़ी का प्रयोग अगर पानी में टंकी में करते हैं। तो उसमें काई (शैवाल) नहीं लगेगी। पानी स्वच्छ भी रहेगा।

जामुन का फल

शोध कर्ताओं की नजर में जामुन
बक्सर खबर। यहां हम शोध कर्ताओं का जिक्र इस लिए कर रहे हैं। क्योंकि आज के दौर में लोग अच्छी और सीधी बात को भी सच मानने में गुरेज करते हैं। वे हर बात में प्रमाण मांगते हैं। हाल के दिनों में ऐसा ही एक आलेख पढने को हमें मिला। जिसमें भारतीय पुरातत्व विभाग के प्रमुख के एन श्रीवास्तव का वक्तव्य था। उन्होंने बताया है, दिल्ली के महरौली स्थित निजामुद्दिन बावड़ी का 700 वर्ष बाद जीर्णोद्धार हुआ। यह बावड़ी एक लकड़ी के तख्त पर निर्मित थी। जो इतने दिन बाद भी सड़ा नहीं था। लकड़ी जामुन की थी। जानकारों का मानना है। पहले के लोग जल स्त्रोतों को स्वच्छ रखने के लिए चार-पांच इंच मोटी जामुन की लकड़ी का प्रयोग तलहटी में करते थे। अपने बिहार के लोग भी बताते हैं। कुएं का निर्माण होने से पहले जमवट का प्रयोग अनिवार्य था। इससे पानी सड़ता नहीं।

नोट : यह भी जाने बक्सर खबर का साप्ताहिक कालम है। जो मंगलवार को प्रकाशित होता है। हम इस कड़ी में आपको रहस्य, रोमांच, ज्ञानवद्र्धक एवं जिले की वैसी धरोहरों और जानकारियों से रुबरू कराते हैं। जो धीरे-धीरे आपकी नजर व स्मृति से दूर होती जा रही है। आप अपने सुझाव हमें कमेंट के माध्यम से दे सकते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here