बक्सर खबर। मुर्हरम का त्योहार उल्लास का नहीं गम का है। इसमें मुहम्मद साहब के नाती इमाम हुसैन को याद किया जाता है। शहादत के त्योहार में युवा उनकी याद में पीड़ा का एहसास करते हैं। साथ ही जगह-जगह ताजिया का प्रचलन है। जिसे जुलूस के साथ नगर भ्रमण कराया जाता है। इस जिला मुख्यालय समेत पूरे जिले में शांति पूर्ण ढंग से ताजिया निकला।
डुमरांव में गुरुवार को हुई दुखद घटना के कारण आज शुक्रवार को वहां ताजिया का जुलूस नहीं निकला। वहीं बक्सर में युवाओं ने सामाजिक एकता का संदेश देने के लिए तिरंगे के रंग में ताजिया बनाया। गुरुवार की रात ही कर्बला से मिट्टी लाई गयी थी। आज शुक्रवार को तजिया का जुलूस पूरे शहर में जगह-जगह निकला। खबर लिखे जाने तक शहर में जगह-जगह जुलूस निकले हुए हैं। प्रशासन मुस्तैद है।
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