भोजपुरांचल राज्य की मांग पुरानी फिर भी सरकार अनजानी बक्सर खबर। बिहार प्रदेश कांग्रेस के वरीय नेता टीएन चौबे ने कहा कि भोजपुरांचल राज्य की मांग लंबे अरसे से भोजपुरी भाषी लोगों द्वारा किए जा रहे है। बावजूद सरकार का इस पर ध्यान नहीं है मानो मांग से बिलकुल ही अनजान हैं। बहुत पुरानी मांग के बावजूद यहां के जनप्रतिनिधि भोजपुरी को उपेक्षित करते रहे हैं। जनप्रतिनिधियों द्वारा भोजपुरी भाषी लोगों के लिए भोजपुरांचल राज्य की मांग सदन में नहीं उठाया गया और ना ही कोई आवाज उठाते दिखे।भोजपुरांचल राज्य की मांग को लेकर कई बार आवाज उठाई गई वहीं हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। सरकार इसे ठंडे बस्ते में डाल दी है।
भोजपुरांचल राज्य की मांग को लेकर स्थानीय किला मैदान में मकर संक्रान्ति के अवसर पर शंखनाद किया जाएगा। अलग राज्य की मांग को लेकर पुनः जोर-शोर के साथ आवाज उठाई जाएगी। अधिक से अधिक भोजपुरी भाषी लोगों एवं इस छेत्र के सभी जनप्रतिनिधियों को जोड़ कर आंदोलन तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार से लेकर मॉरीशस तक भोजपुरी भाषी लोग रहते हैं। देश के कई अन्य राज्यों में भोजपुरी भाषा बोली जाती है।बिहार, यूपी, झारखंड, मध्यप्रदेश, छत्तिसगढ़ के लगभग 30 जिलों में भोजपुरी भाषा बोली जाती है फिर भी उपेक्षित है। आने वाले दिनों में भोजपुरी भाषी लोगों के सहयोग और सहभागिता द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर विशाल धरना का आयोजन किया जाएगा।