बक्सर खबर। आप सोच सकते हैं। जिले का कोई सरकारी विद्यालय एक माह से बंद हो। विभाग स्वयं इसकी खबर न लें। अगर लोग शिकायत भी करें तो कोई सुनने वाला नहीं हो। ऐसे विभाग पर सवाल तो उठेंगे। हम बात कर रहे हैं बक्सर प्रखंड के रामडीहा गांव की। जो बोक्सा पंचायत के अंतर्गत आता है। यहां का प्राथमिक विद्यालय पिछले 20 जुलाई से बंद है। बच्चे जब घर वालों से पूछते हैं। हमारा विद्यालय कब खुलेगा। परिवार वालों के पास इसका जवाब नहीं होता।
बात पंचायत प्रतिनिधियों तक पहुंची तो उन्होंने इसकी सूचना शिक्षा विभाग को दी। हालाकि ऐसा करने में उन्होंने बीस दिन से अधिक का समय लगा दिया। गांव वाले अधिकारियों से मिले तो कहा गया। जल्द व्यवस्था होगी। सोमवार तक का आश्वासन मिला। पर हुआ कुछ नहीं। अब इसकी शिकायत ग्रामीणों ने मीडिया से की है। गांव के वार्ड सदस्य मुन्ना सिंह ने बताया। यहां दो नियोजित शिक्षक कार्य करते थे। जिन्हें महदह विद्यालय से यहां भेजा गया था। एक शिक्षक का दो माह पहले देहांत हो गया। इकलौते अखिलेश सिंह शिक्षक बचे। 20 जुलाई को वे महदह विद्यालय लौट गए। उन्होंने कहा विभाग ने हमारा प्रतिनियोजन रद्द कर दिया है। इस लिए हम वापस जा रहे हैं। तब से लेकर आज तक विद्यालय में ताला लटक रहा है। यह सपाट खबर है प्राथमिक विद्यालय रामडीहां की। जिसे लिखने का अभिप्राय सिर्फ यह है कि इस समस्या का निदान अधिकारी जल्द करें।