बक्सर खबर : बिहारी सरदार भोजपुरी फिल्म का शनिवार को डुमरांव में प्रमोशन हुआ। शंकर टाकिज में चल रही फिल्म को देखने और लोगों का उत्साह बढ़ाने टीम के सारे सदस्य यहां पहुंचे थे। फिल्म के डायरेक्टर व अभिनेता मनमीत सिंह ने कहा बिहार व पंजाब की संस्कृति परंपराएं काफी समान है। दोनो राज्य कृषि प्रधान हैं तथा दोनों राज्यों के लोग कला प्रेमी व मेहनतकश होते है। सिर्फ भाषाई अंतर के कारण ही लोग एक दूसरे की संस्कृति को अलग समझते है। अलबेला ने कहा कि पंजाब के लोगों का बिहार के साथ अमिट रिश्ता है। गुरूगोबिंद साहब का जन्म बिहार में ही हुआ था। उन्होंने कहा कि आज भी बिहार में प्रकाश पर्व बड़े ही उल्लास के साथ मनाया जाता है जिसमें पंजाब से बड़ी संख्या में सिक्ख संप्रदाय के लोग शामिल होते है। फिल्म की विशेषताओं के बारे में उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से पारिवारिक फिल्म है।
दोनों राज्यों की संस्कृति के साथ ही बिहार में लागू हुए शराबबंदी कानून, दहेज प्रथा, जातीय व्यवस्था, प्रकाश पर्व तथा गवई संस्कृति की खुशबू को बड़े ही रोचक ढंग से दर्शाया गया है। उन्होंने बताया कि फिल्म के अधिकांश भाग बिहार के गया, पटना व नालंदा, राजगीर आदि जगहों पर सूटिंग किया गया है। एक सवाल के जबाव में डायरेक्टर ने कहा कि फिल्मों खासकर भोजपुरी सिनेमा में जो अश्लीलता परोसी जा रही है। उसका विरोध समाज का एक बड़ा वर्ग कर रहा है। समाज में जागृति फैल रही है। जल्द ही इसका प्रभाव सिनेमा जगत पर पडेगा। प्रमोशन में मुख्य किरदार निभाने वाले किशु राहुल, डिस्ट्रीब्यूटर राहुल सिन्हा, अभिनेत्री स्मिता बनर्जी, मानसी संजीवनी, लक्ष्मी पांडेय, साक्षी भारद्वाज, विश्वजीत सिंह, रोहित सिंह, राहुल बाक्सर सहित अन्य कलाकार मौजूद थे।