बक्सर खबर। चौसा हाई स्कूल के मैदान में बीते सोमवार की रात चइता मुकाबला आयोजित किया गया। आमने-सामने थे भोजपुरी दो गोला गायन के महारथी बिजेंद्र गिरि और रामाशंकर यादव। जाहिर सी बात है इन दोनों मशहूर कलाकारों की भिड़ंत देखने के लिए मौके पर हजारों की भीड़ जमा थी। दोनों गायकों ने अपनी गायकी से पूरी रात लोगों को सराबोर किया।
चौसा थर्मल पावर यूनियन की तरफ से आयोजित चइता महोत्सव में यूपी के पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी के साथ ही सदर एसडीओ गौतम कुमार, डेंटल सर्जन डॉ ए के सिंह और जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष अक्षयवर यादव भी मौजूद थे। अतिथियों का स्वागत करते हुए संगठन के महासचिव डॉ मनोज यादव ने कहा कि भोजपुरी को आज तक संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया जा सका, जबकि भोजपुरी से बेटी-रोटी का रिश्ता रखने वाले दर्जनों सांसद संसद की उन्मुक्त हवा में सांस लेते हैं। यह उन सांसदों के संसदीय जीवन पर धब्बा की तरह रहेगा। वे संसद में रहते हुए अपनी मातृभाषा को संविधान में जगह नहीं दिला सके। इसके बाद शुरू हुआ गायन मुकाबला। गोपालगंज के बिजेंद्र गिरि और सीवान के रामाशंकर यादव ने चइता की धुनों पर लोगों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। आयोजन में लाल साहेब मुखिया, सैयद नसीम अख्तर, रामाशीष कुशवाहा, राजेंद्र पासवान, कैप्टन यमुना सिंह कुशवाहा, उमर खान, अप्पू तिवारी, विनोद यादव, हरिशंकर राम, रामनरेश चौधरी, लक्ष्मण बहेलिया का सराहनीय योगदान रहा।