-जिलाध्यक्ष अशोक सिंह व धर्मेन्द्र ठाकुर ने लगाया आरोप
बक्सर खबर। नगर निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी जारी है। राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए आरक्षण रोस्टर को लेकर न्यायालय में चुनौती दी गई है। जिसका परिणाम रहा कि नामांकन के बाद भी चुनाव रोक दिया गया। एक बार फिर राज्य सरकार ने नई तिथियां जारी कर दी है। दूसरी तरफ न्यायालय में मामला चल रहा है। लेकिन, यह सब कुछ राजनीतिक लाभ के लिए हो रहा है। ऐसा कहना है जदयू का। गुरुवार को जदयू के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह एवं अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष धमेन्द्र ठाकुर ने प्रेस बयान जारी कर इसका आरोप भाजपा पर लगाया है। उनका कहना है, अति पिछड़ा वर्ग का हक छीनने के लिए भाजपा ऐसा करा रही है। इसी वजह से तरह-तरह के बयान दिए जा रहे हैं।
2006 में ही राज्य सरकार ने विधि सम्मत आरक्षण लागू किया था। तब से इसी पर चुनाव हो रहे हैं। लेकिन, जब 2022 में वह सत्ता से बाहर हुई है। तरह-तरह के अडंगे डाल रही है। भाजपा को डर सताने लगा कि चुनाव हुआ तो हमारी साख खत्म हो जायेगी। हमारी कलई खुल जायगी। जबकि मध्यप्रदेश में भी डेडिकेटेड कमिटी बनाकर चुनाव हुआ है। यह दोगली नीति भाजपाइयों की मूल मंत्र रही है। आरक्षण विरोधी षड्यन्त्र कारी भाजपा को जनता 2024 और 2025 में इन्ही के धुर्त योजना का जबाब देकर जदयू को मजबूत करने का काम करेगी। इस बैठक में बिनोद ठाकुर, अमरेंद्र केवट, चितेश्वर गोंड, संतोष गोंड़, कन्हैया प्रसाद गोंड़, बिहारी पासवान, बीरबल रजक, प्रमोद चौहान, शिव जी चौधरी, जगनारायण चौहान, उपेन्द्र कुमार राम, मोहन चौधरी, सुरेन्द्र कुशवाहा, संतोष चौधरी, भोला यादव, मुना यादव, ब्रजेश यादव, भोला राम आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।