खाद की कालाबाजारी, नहीं तो फिर क्यों हो रही है मारा-मारी

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-एक दिन पहले इफको केन्द्र पर जुटी भीड़ को संभालने के लिए बुलानी पड़ी पुलिस
बक्सर खबर। धान की कटनी के साथ गेहूं की फसल लगाने का काम शुरू है। ऐसे में किसानों को खाद की जरुरत पड रही है। लेकिन, जो उर्वरक की दुकानें हैं। वहां किसानों को उचित मूल्य पर खाद नहीं मिल रही। तियरा बाजार के पास स्थित इफको केन्द्र पर उर्वरक उचित मूल्य मिल रही है। इस वजह से वहां शुक्रवार को इतनी भीड़ जमा हुई की वहां प्रबंध को पुलिस बुलानी पड़ी।

सूचना के नअुसार इफको बाजार के सेल्स मैनेजर अभिषेक कुमार ,सहायक मृत्युंजय कुमार पांडेय ने दुकान को बंद कर प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई। जिनकी सूचना पर पहुंची राजपुर पुलिस ने शांति व्यवस्था कायम करने के लिए लाठी भांजना शुरू किया। जिसे देखकर किसान समझ गए। लाइन लगाकर खाद लेने लगे। खाद लेने के लिए पहुंचे किसान राम जी शर्मा ,अंगद सिंह ,अजय कुमार सेठ, जितेंद्र सिंह, जगनारायण सिंह, राम नारायण सिंह, सर्वदेव सिंह के अलावे अन्य किसानों ने बताया कि आस-पास के बाजार की दुकानों पर खाद की कालाबाजारी की जा रही है।

बाजारों में डीएपी 1500 सौ रुपए प्रति बोरी मिल रहा है। यहां निर्धारित सरकारी दर पर डीएपी 1200 रुपये में मिल रही हैं। मौजूद किसानों ने यह आरोप लगाया कि प्रशासन की तरफ से दुकानों की जांच नहीं की जा रही है। जिसकी वजह से दुकानदार डीएपी व अन्य खाद को लेकर कालाबाजारी में जुटे हुए हैं। रही बात व्यापार मंडल और पैक्सों की तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।

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