-आज भी जीवंत है रेशम के धागे से बंधी स्नेह व विश्वास की परंपरा
बक्सर खबर। भारतीय संस्कृति ऐसी है। इसमें सबके लिए कुछ न कुछ खास है। इनमें से एक त्योहार है रक्षाबंधन। रेशम के धागे से स्नेह और विश्वास की ऐसी अनोखी परंपरा जो पुरखों के जमाने से चली आ रही है। वैसे यह त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। लेकिन, इस वर्ष तिथि के साथ नक्षत्र दोष के कारण त्योहार 11 की संध्या व 12 की सुबह मनाया गया।
हालांकि यह शास्त्रीय विधान था। लेकिन, भाई बहन के प्यार में इससे कोई बाधा देखने को नहीं मिली। वरन एक की जगह दो दिन लोगों ने इस त्योहार का आनंद लिया। भाई का तिलक लगा उसकी प्रसन्नता और खुद के लिए उपहार मांगती बहनों की अनेक तस्वीरे सामने आई हैं। जिसे देख बड़ों को अपना बचपन याद आ रहा है। आप सभी पाठकों को हमारी तरफ से रक्षाबंधन की ढेर सारी शुभकामनाएं।