बक्सर खबर: डुमरांव थाना क्षेत्र के लाला टोली में सिरफुटौवल का मामला प्रकाश में आया है। जिसमें साले व बहनोई के बीच जमीन के टुकड़े के संग्राम शुरू हो गया। जिसमें बहनोई समेत तीन लोग घायल हो गये। वही पुलिस ने मामले में साले बहनोई समेत चार को जेल भेज दिया। हुआ कुछ यू कि मंगलवार के दोपहर तिलक राय हाता ओपी के बड़का राजपुर निवासी भरत राय, जवाहर राय व मनोज राय व पत्नी रीता देवी के साथ लाला टोली पहुंचे। जहां चचेरे साले ऋषी राय अपने मकान बना रहे थे। यह देख कर अपने लोगों के साथ बातचीत कर ही रहे थे कि इतने मेें साले ने अपने दोस्तों के हमलाबोल दिया। जिसमें मेरे अलावे भरत राय, जवाहर राय व मनोज राय गंभीर रूप से घायल हो गये। स्थानीय लोगों के बीच-बचाव से जान बचाई जा सकी। जिसका आरोप थाने में रीता देवी ने लगाया कि उसके 45 हजार नकदी व सोने के चेन लेकर भाग गए। जिसमें आलोक राय, ऋषी राय समेत छह ने मारपीट की।
वहीं ऋषी ने बताया कि भरत राय पांच गाड़ी से पहुंचे और मकान बन रहा था। उसी दौरान न आव देखा न ताव निर्माणाधीन दिवाल गिराने लगे। इतने तीनों लोग गिर गये जिसमें उन्हें चोटें आई है। ऋषी ने बताया कि जिस जमीन के लिए ये लोग विवाद खड़ा कर रहे है। वह मेरे चाचा गुदरी राजभर की है। उनको कोई संतान नही थी। अचानक मरने के बाद यह कहां से रीता देवी उनकी बेटी बनकर आ गई। यह तो आस-पड़ोस के लोग भी हैरान है। जबकि 2016 में ही डुमरांव सीओ ने गुदरी राजभर को नावल्द का प्रमाण दिया है। अचानक ये लोग विवाद खड़ा कर रहे है। जिसमें धारा 144 भी लगा। एसडीएम कोर्ट से हमारी जीत के बाद हमने मकान बनाना शुरू किया तो कल आकर ये लोग हमला बोले दिए और दिवाल गिराने में खुद गिर गये। जिसमें तीन नामजद और एक अज्ञात पर मामला दर्ज कराया है। थानाध्यक्ष शिव नरायण राम ने दोनों तरफ से चार लोगों जेल भेजा गया है।