-जाने 2015 के चुनाव में कितने से हुई थी हार-जीत, किस उम्मीदवार को मिले कितने मत
बक्सर खबर। चुनावी मौसम चल रहा है। मतदान की तिथि अब महज तीन दिन शेष है। अर्थात 28 अक्टूबर को वोट पड़ेंगे। ऐसे में पुरानी बातें याद आती है। हम नजर डालते हैं वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव पर। तब बक्सर विधानसभा सीट से कुल 29 उम्मीदवार मैदान में थे। इतने प्रत्याशी जिले में कहीं से चुनाव नहीं लड़ रहे थे। हालांकि इस बार के चुनाव में कुल चौदह लोग मैदान में हैं।
15 में चुनाव का त्रिकोण बना था। कांग्रेस को राजद और जदयू का साथ मिला था। संजय तिवारी को कुल 66,527 वोट मिले थे। भाजपा के प्रदीप दुबे को 56346, तीसरे स्थान पर रहे बसपा के सरोज राजभर को 15298 मत मिले थे। कुछ अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में अशोक यादव को 2491, मनोज यादव को 1738, शिवजी पांडेय 1352 मत मिले थे। 998 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। जिस का अंतर 10181 रहा।
इस बार हैं 14 उम्मीदवार
बक्सर खबर। 2020 के चुनाव में 14 उम्मीदवार हैं। पिछली बार की तरह इस बार भी महागठबंधन और एनडीए में सीधी टक्कर है। लेकिन, मतों का बिखराव पहले से कहीं ज्यादा होने का अनुमान है। एक नया गठबंधन चुनाव को त्रिकोणीय बना रहा है। जिसका नाम ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट है। इसमें उपेन्द्र कुशवाहा की रालोसपा, बसपा, ओमप्रकाश राजभर की भासपा व ओवैसी की एमआइएम भी शामिल है। महागठबंधन से निवर्तमान विधायक संजय तिवारी, एनडीएस से परशुराम चतुर्वेदी, सेक्युलर फ्रंट से निर्मल कुशवाहा मजबूत उम्मीदवारों में हैं। पहली बार चुनाव लड़ रहे युवा नेता रामजी सिंह की भी खूब चर्चा है।
बढ़ गए हैं बूथ व मतदाता
बक्सर खबर। पिछले विधानसभा चुनाव में बक्सर विधानसभा में 263 मतदान केन्द्र थे। इस बार के चुनाव में उनकी संख्या बढ़कर 418 हो गई है। हालांकि इस बीच 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान भी कुछ बूथ बढ़े थे। इस वर्ष कोविड के कारण संख्या में ज्यादा इजाफा हुआ है। उस समय मतदाताओं की संख्या 2 लाख 76 हजार 409 थी जो अब बढ़कर 2 लाख 88 हजार 55 हो गई है। आंकड़े बता रहे हैं। लगभग 12 हजार मतदाता बढ़ हैं।