-पुलिस की कार्रवाई को लेकर उठ रहे सवाल, आरोपी फरार
बक्सर खबर। दिवाली के बाद से ही बक्सर दहल रहा है। हम पिछले एक पखवारे की बात करें तो बक्सर हो या डुमरांव। हर इलाके में गोली चली है। शहर के पीपी रोड से लेकर नया बाजार तक में गोलियां चली। मुफस्सिल के मलहचकियां के पास युवक को गोली मार दी गई। यही हाल राजपुर के सरेंजा में हुआ। वहां भी दो पक्ष के लोग भीड़ गए। खुलेआम गोलीबारी हुई। दो की जगह तीन मुकदमें दर्ज हुए। पुलिस ने लंबा चौड़ा एफआईआर बनाया। डुमरांव अनुमंडल के कृष्णाब्रह्म थाना के ढेका और हरखाई मठिया में हत्याएं हो गई।
हालांकि हरखाई मठिया का मामला सुलझ गया। लेकिन, नैनीजोर इलाके में पुलिस जीप चलाने वाले प्राइवेट चालक की मौत भी बड़ी घटना रही। इटाढ़ी के चिलबिला और मंगोलपुर की घटनाएं तो महज दो दिन पहले की हैं। इसके अलावा इसी थाना क्षेत्र में बाइक लूट का प्रयास कर रहे अपराधियों ने टेंट वाले को गोली मार दी। सोनवर्षा ओपी के टिकपोखर में गडरियों को निशाना बनाया गया। रही सही कसर धनसोई के जगमनपुर गांव में 26 नवम्बर की रात हुई घटना ने पूरी कर दी। जहां घर में सो रहे दंपति को भतीजे ने ही गोली मार दी। हालांकि अधिकांश घटनाएं संपति और आपसी रंजिश का परिणाम हैं।
लेकिन, इन मामलों में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई चर्चा का विषय है। जानकार बताते हैं, एकतरफा कार्रवाई बहुत बड़ा विषय है। राजपुर पुलिस पर तो कई गंभीर आरोप लगे। चाहे वह घटना सरेंजा की हो अथवा चुनाव बाद गैधरा में हुआ गोलीकांड। जब संबंधित अधिकारी से पूछा जाता है तो लोग जानकारी देने से बचते हैं। ऐसा लगता है, अपनी असफलता पर पर्दा डाल रहे हों। जाहिर ही बात है। किसी भी सवाल का स्पष्ट जवाब न देना, कई तरह के संदेह को जन्म देता है।