बक्सर खबर: केंद्रीय मंत्री और बक्सर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अश्विनी चौबे के बेटे अरिजित शास्वत के नेतृत्व में गत शनिवार को निकाले गए जुलूस के बाद भागलपुर भड़क उठा। आरोप है कि जुलूस में शामिल लोगों ने भड़काऊ नारे लगाए, जिससे सांप्रदायिक तनाव फैल गया। भड़के लोगों ने जुलूस पर पत्थराव कर दिया। बता दें कि हिंदू नव वर्ष की पूर्व संध्या पर इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय नव वर्ष जागरण समिति की ओर से किया गया था। बताया जा रहा है कि यह घटना भागलपुर के नाथनगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत मेदिनी चौक पर घटी। यह पूरा इलाका मुसलिम बहुल है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शाम पौने चार बजे इस इलाकेजुलूस निकल रहा था कि तभी पथराव की घटना हुई। इलाके में ड्््यूटी पर तैनात ललमटिया चौकी इंचार्ज संजीव कुमार ने आशंका जताई कि जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने भड़काऊ नारे लगाए, जिससे हिंसा भड़की। जबकि सांसद पुत्र अरिजित ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। वहीं सांसद ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि मुझे गर्व है कि अरिजित मेरा बेटा है। सभी बीजेपी कार्यकर्ता मेरे बेटे हैं। क्या हिंदू नव वर्ष पर जुलूस निकालना गलत है? वही जुलूस में शामिल स्थानीय बीजेपी नेता संजीव कुमार का कहना है कि जुलूस में शामिल कुछ लोगों ने भड़काउ नारे लगाए, जिस पर कुछ मुस्लिमों ने प्रतिक्रिया दी। नाथ नगर पुलिस का कहना है कि तमाम कोशिशों केबावजूद करीब 45 मिनट तकपथराव चलता रहा। इस घटना के बाद 18 संवेदनशील जगहों पर पुलिस और अद्र्ध सैनिक बलों की टुकडिय़ां तैनात कर दी गई थीं। पुलिस शरारती तत्वों की पहचान में जुटी है। साथ ही दोनों समुदायों में सद्भाव बनाए रखने के लिए बात उनसे बात कर रही है। घटना को लेकर रविवार को भी इलाके में धारा 144 लागू रही। हालांकि आज यानी सोमवार को जनजीवन पटरी पर लौटता नजर आया। लोग घरों से बाहर निकल अपनी जरूरत की चीजें खरीदते नजर आए।