बक्सर खबर : बक्सर देव भूमि है। इसकी ख्याति को विश्व पटल पर लाने का यह सुनहरा अवसर हमें और आपको भी मिला है। तैयार हो जाएं और आज (शनिवार) की शाम रामरेखा घाट पहुंचे। क्योंकि आज देव -दिवाली है। शाम पांच बजे से मां गंगा और बक्सर के नाम दीप जलाए। इस उत्सव को यादगार बनाने का श्रेय सभी बक्सर वासियों को जाता है। जो उत्साह पिछली बार दिखा था। वह इस बार भी दिखे। इस लिए जरुरी है हर परिवार कम से कम ग्यारह दीप गंगा किनारे जरुर जलाए। बक्सर को छोटी काशी के रुप में एक बार पुन: स्थापित करने का मौका सभी के पास है। हमारे गौरव को ख्याति देने के लिए राज्य के राज्यपाल माननीय सत्यपाल मलिक भी शाम पांच बजे बक्सर पहुंच रहे हैं।
उनके आगमन के पूर्व ही आयोजन समिति के सदस्य व हजारों की संख्या में शहर वासी इस यादगार पल के साक्षी होंगे। उत्सव को हम सभी का सहयोग यादगार ही नहीं ऐतिहासिक बना सकता है। जरुरत है आगे आने की। वैसे भी कार्तिक पूर्णिमा का स्नान करने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु प्रत्येक वर्ष बक्सर आते हैं। सभी गंगा घाट श्रद्धालुओं से पटे रहते हैं। यह भीड़ एक दिन पहले से ही एकत्र होने लगती है। सुबह से ही स्नान का दौर शुरु होता है। दोपहर होते-होते लोग अपने गंतव्य की तरफ रवाना हो जाते हैं। शाम का समय नगर वासियों का होता है। जिसे आप यादगार बना सकते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार बबलू उपाध्याय बताते हैं। इसका श्रेय बक्सर के पूर्व बीडीओ मनोज कुमार को जाता है। पिछली बार कुछ युवाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को उन्होंने संगठित किया। ऐसा शानदार उत्सव हुआ। जिसकी याद अभी भी ताजा है। शहर के वर्तमान उप चैयरमैन बबन सिंह, जदयू नेता संजय सिंह, रामजी सिंह, ओम जी, बिट्टू, प्रकाश पांडेय, मैं किस-किस का नाम बताउं। शहर के सभी भाई बहनों ने जो उत्साह दिखाया था। आज उसकी जरुरत एक बार फिर है। यह जरुरी नहीं आप रामरेखा घाट ही पहुंचे। शहर के किसी भी गंगा घाट पर आप पहुंचे और बक्सर एवं गंगा के नाम एक दीप जरुर जलाएं।