– निर्देशों का उल्लंघन, प्रशासन से आंख मिचौली
बक्सर खबर। लॉकडाउन इस लिए नहीं लगाया गया कि गर्मी की छुट्टियां चल रहीं हैं। सबकुछ देखने और समझने के बाद भी नियमों को तार-तार करने पर लोग आमादा हैं। शहर की बात कौन करे। गांवों में भी लापरवाही हो रही है। हर छोटे-बड़े बाजार से ऐसी शिकायतें मिल रहीं है। शहर के रामरेखा घाट का मीना बाजार तो इसके लिए बदनाम हो चला है। गुरुवार की सुबह कुछ पाठकों ने बताया। यहां के दुकानदारों का घर आस-पास है। जब देखिए शटर उठा के भीड़ जा रहे हैं।
यही दुर्दशा छोटे और ग्रामीणों बाजारों में देखने को मिल रही है। इसके लिए सिर्फ और सिर्फ दुकानदार दोषी हैं। यह नहीं कहा जा सकता। ग्राहक जा रहे हैं तभी तो ऐसा हो रहा है। लोगों का तर्क है शादी ब्याह का समय चल रहा है। जरुरत का सामान लेना है। सबके अपने-अपने तर्क हैं। लेकिन, जब आप अपनी सुरक्षा से खुद खेल रहे हैं। तो सिस्टम को क्या दोष देना। लेकिन, यह भी जान लेना जरुरी है। अगर दस दिन की बंदी का फलाफल बेहतर नहीं रहा। तो लॉकडाउन की अवधि पन्द्रह से आगे भी बढ़ सकती है।