बक्सर खबर। वासन्तिक नवरात्र बुधवार से प्रारंभ हो रहा है। इस पूजा की विशेषता है कि इसमें आद्याशक्ति भगवती दुर्गा की पूजा होती है। 25 तारीख से नवरात्र का पाठ प्रारंभ किया जा सकता है। इस बीच 30 मार्च को चैती छठ भी है। पंडित नरोत्तम द्विवेदी के अनुसार 31 मार्च की रात्रि महानिशा पूजा होगी। 1 अप्रैल को नवमी एवं 2 अप्रैल को रामनवमी है।
अर्थात 1 मार्च की रात्रि ही घरों में की जाने वाली कलश पूजा होगी। नवरात्र का पाठ करने वाले लोग 2 तारीख को हवन, पूजन करेंगे। इसका समय प्रात: से लेकर रात्रि 8:46 तक है। लेकिन व्रती ध्यान देंगे 3 अप्रैल को पारण करेंगे। इस नवरात्र का भारतीय अध्यात्म में बहुत महत्व है। जिस दिन नवरात्र प्रारंभ होता है। उसी दिन नव वर्ष प्रारंभ होता है। इसको लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं। जैसे श्रृष्टि का सृजन भी इसी तिथि को हुआ था।