बक्सर खबर। मुख्यमंत्री के द्वारा कोरोना से सुरक्षा के लिए पंचायतो में मुखिया बाटेंगे मास्क व सेनेटाइजर की घोषणा की थी। मीडिया में भी ऐसी खबरें आई। ग्रामीण मुखिया से मास्क और सेनेटाइजर की मांग कर रहे है। लेकिन ठीक इसके विपरीत जो निर्देश पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा दिए हैं। उसमें कुछ और ही कहा गया है। यह बातें नवानगर मुखिया संघ उपाध्यक्ष सह सिकरौल मुखिया विभोर कुमार द्विवेदी ने कही। उन्होंने बताया कि यह आदेश गल्ले की हड्डी बन गई है। ग्लब्स, सेनेटाइजर, साबुन, मास्क खरीद कर गावों में लोगों के बीच बाटना है।
वहीं इसके ठीक विपरीत सचिव अमृत लाल मीणा के निर्देश के अनुसार पंचायत में मुखिया पंचम राज्य वित्तीय आयोग की राशि का उपयोग कोरोना महामारी में उपयोग होगा। इस राशि से जनप्रतिनिधि एवं कर्मचारियों को सुरक्षा के लिए ग्लब्स सेनेटाइजर, साबुन, मास्क व कोरोनटाइन सेंटर व गांव में हो बिलिचिग पाउडर की छिड़काव करना है। दोनो निर्देशों में जमीन आसमान का अंतर है। जिसका परिणाम है कि प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंच रहे हैं। जो सभी पंचायतों के मुखियाओं के लिए परेशानी का सबब बन गया है।