बक्सर खबर। जिले में चल रहे निजी अस्पताल व जांच घरों की अब जांच होगी। जिलाधिकारी राघवेन्द्र सिंह ने इसका निर्देश सिविल सर्जन को दिया है। तीन दिन पहले ही उन्होंने इसकी हिदायत दी थी। जिलाधिकारी ने उसी दिन कार्रवाई का मन बना लिया था। जिस दिन शहर के निजी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत हुई। उन्होंने बक्सर खबर को बताया कि सभी निजी अस्पतालों की जांच होगी।
वैसे अस्पतालों पर कार्रवाई होगी। जहां मान्यता प्राप्त चिकित्सक न होने के बावजूद भी उपचार होता है। इसके अलावा जांच घर और अल्ट्रासाउंड भी इसकी जद में होंगे। वहीं दूसरी तरफ इस संबंध में पूछने पर सिविल सर्जन ने बताया जांच दल का गठन किया जा चुका है। उन्हें निर्धारित क्षेत्र भी बता दिए गए हैं। जिससे उन्हें जांच में सुविधा हो। इस टीम में कौन-कौन लोग शामिल हैं? यह पूछने पर उन्होंने कहा इसकी सूची तैयार है। लेकिन दल के प्रभावी हो जाने के बाद उसकी जानकारी दी जाएगी।
एक दो दिन में वह सूची उपलब्ध करा दी जाएगी। जिले में चल रहे फर्जी अस्पतालों के बारे में पहले भी बक्सर खबर ने समाचार प्रकाशित किया था। इस संबंध में आगे जो प्रशासनिक कार्रवाई होगी। उससे हम अपने पाठकों को अवगत कराते रहेंगे। क्योंकि जिले में ऐसे अनेक निजी अस्पताल हैं। जहां प्रतिदिन मरीजों का दोहन होता है। जिले के हर छोटे-बड़े बाजार में जांच केन्द्र भी चल रहे हैं। जहां लैब तकनीशियन व डाक्टर नहीं होने के बाद भी रिपोर्ट तैयार हो रही है।