– सामाजिक सरोकार के लिए दल से बाहर जाकर करते थे काम
बक्सर खबर। वयोवृद्ध सीपीआई नेता व सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों पर हमेशा मुखर रहने वाले सत्यनारायण प्रसाद का शुक्रवार को निधन हो गया । देर शाम 91 वर्ष की उम्र में उन्होंने पैतृक घर डुमरांव के राजगढ़ चौक में अंतिम सांस ली। निधन की खबर मिलते ही डुमरांव के लोगों ने शोक की लहर दौड़ गई। कामरेड सत्यनारायण प्रसाद की गिनती डुमरांव के जुझारू नेताओं में होती थी। वे हमेशा जन सरोकार के मुद्दों पर आगे रहे और आंदोलन का नेतृत्व भी करते थे। डुमरांव सूत मिल के मजदूरों का मामला हो या फिर डुमरांव को अनुमंडल बनाने के लिए संघर्ष वे हमेशा अगली पंक्ति में खड़े रहें।
डुमरांव विधानसभा से सीपीआई के टिकट पर 1972 में विधानसभा चुनाव भी लड़े। लेकिन, मामूली अंतर से हार गए। तब पूर्व मुख्यमंत्री हरिहर प्रसाद सिंह की जीत हुई थी। मिली जानकारी के अनुसार उक्त चुनाव में हरिहर प्रसाद सिंह को 25 हजार 238 वोट मिला था जबकि सत्यनारायण प्रसाद को 24 हजार 815 मत मिले थे तथा वे मात्र 423 मतों से चुनाव हारे थे। लेकिन जनता के मुद्दें पर संघर्ष के दौरान उन्होंने कभी हार का मुंह नहीं देखा था। उनके निधन की खबर मिलते ही शहर में शोक की लहर दौड़ गई।
लोग उनका अंतिम दर्शन करने तथा शोक जताने उनके दरवाजे पर पहुंचे। पारिवारिक सूत्रों की मानें तो उनका अंतिम संस्कार शनिवार को किया जाएगा। उनके निधन पर शोक जताने वालों में डुमरांव विधायक डॉ. अजित कुमार सिंह, नागेन्द्र ओझा, प्रदीप शरण, दशरथ प्रसाद विद्यार्थी, डा. अब्दुल रशीद हाशमी, भाजपा नेता सच्चिदानंद भगत, राजद नेता अखिलेश सिंह यादव, भाजपा नगर अध्यक्ष चुनमुन प्रसाद वर्मा, मंडल अध्यक्ष राजीव कुमार, मो. शमीम, मो. शमी, डॉ. एसके सैनी, संजय चंद्रवंशी, गोपाल प्रसाद गुप्ता, नथुनी खरवार, महेन्द्र राम समेत सैकड़ो लोग शामिल रहे।