-पूर्व से लंबित थे आवेदन, अनुदान के तौर पर एक हजार
बक्सर खबर। कोरोना के कहर से सभी लोग परेशान हैं। सरकार की मुश्किल भी बढ़ी है। ऐसे में हर कमजोर परिवार को मदद देने का प्रयास जारी है। बावजूद इसके गांव-गांव से शिकायत आ रही है। मजबूर, लाचार, भूमि हीन लोगों को राशन कार्ड नहीं मिला। यह समस्या बहुत गंभीर है। और वह सरकारी तंत्र ही नहीं पंचायत स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार का सच भी बता रही है। लेकिन, इस दौर में एक अच्छी खबर सामने आई है। वैसे लोग जिनके राशन कार्ड का आवेदन त्रुटियों की वजह से छट गया था। उनकी समीक्षा के लिए जिला प्रशासन ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाया। जिलाधिकारी अमन समीर ने 20 अप्रैल को पत्रकार वार्ता के दौरान बताया। 20 हजार 301 लोगों का आवेदन स्वीकृत किया गया है। जिसके आवेदन में कुछ आंशिक त्रुटि थी।
अर्थात जो कागजात के अभाव में छटे थे। इनके आवेदन को स्वीकृत किया गया है। इन लोगों को मई और जून का राशन मिल सके। इसका प्रबंध किया जा रहा है। लेकिन, राशन कार्ड बनाने और उसके वितरण में कम से कम 15 दिन तो लगना स्वभाविक है। इस लिए लोग घबराएं नहीं। ऐसे लोगों को मदद के तौर पर एक-एक हजार रुपये की अनुग्रह राशि भी दी जाएगी। योग्य लोगों का इसमें चयन हो सके। इसका ध्यान रखते हुए जिविका दीदीयों से सहायता ली गई है। यह विषय लॉकडाउन प्रारंभ होने के समय ही मीडिया ने प्रशासन के समक्ष रखा था। बहुत से ऐसे लोग हैं। जिन्हें आवेदन करने के बाद भी राशन कार्ड नहीं मिला। उस समय बताया गया था। ऐसे लोगों की संख्या जिले में लगभग 50 हजार से कुछ अधिक है। उसकी समीक्षा हो रही है। जो इसके पात्र होंगे। उन्हें राशन कार्ड दिया जाएगा। इस महामारी के वक्त में ऐसे 21 हजार परिवारों अथवा लोगों को इसका लाभ मिल सकेगा। यह अच्छी खबर है।