देश का सबसे छोटा किला बक्सर में, जाने किसने कब कराया था निर्माण…

5
2573

बक्सर खबर। यह भी जाने।                                                देश का सबसे छोटा किला बक्सर में है। हालाकि अब यहां अवशेष के नाम पर सिर्फ उसकी दीवारें ही शेष बची हैं। 1956 के पुरातत्व प्राचीन स्मारक अधिनियम की अवहेलना कर अंदर के मुख्य भवन को अतिथि गृह बना दिया गया है। बाहर की दीवारें भी अब धीरे-धीरे टूट रहीं है। भारतीय इतिहास के अनुसार 1054 ईसवी में इसका निर्माण राजा रूद्र देव ने कराया था। किला के उत्तर-पूर्वी भाग में भैरव नाथ का प्राचीन मंदिर है। इसके पश्चिम गंगा नदी एवं दक्षिण दिशा में बड़ी नहर तथा नाथ मंदिर स्थित है। इसकी बनावट बहुत ही मजबूत है। जिसके कारण रख-रखाव नहीं होने के बाद भी यह अभी तक खड़ा है।

सर्वप्रथम इस किले की खुदाई 1927 में पटना विश्व विद्यालय के प्रो. आशुतोष बनर्जी के नेतृत्व में आरंभ कराई गयी थी। तब मौर्य कालिक स्त्री की खंडित प्रतिमा मिली थी। लेकिन, स्थानीय विरोध के कारण इसकी खुदाई बंद करनी पड़ी। सन 1964 में बिहार सरकार ने पुन: आदित्य नारायण के नेतृत्व में खुदाई प्रारम्भ करवायी। तब टेराकोटा, कुषा आदि कालीन मूर्तियां तथा 18 चांदी के सिक्के प्राप्त हुए। इन सिक्कों पर हिजरी वर्ष अंकित है। जो मुगलकालीन सभ्यता को दर्शाते हैं।

जहां कुछ सिक्कों पर 1025, 1031, 1035, 1058, 1290 और 1304 हिजरी वर्ष अंकित है। वहीं मुस्लिम समाज का पहला कलमा (ला-अल्लाहिताह मुहम्मदर रसूल लल्लाह) दो सिक्कों पर अंकित है। स्थानीय विरोध के कारण इस खुदाई को भी बीच में स्थगित करना पड़ा। किले के चारों तरफ गहरी खाई थी। जो दो तरफ से अब नष्ट हो चुकी है। उसपर अवैध कब्जा व गैर कानूनी निर्माण हो चुका है। इसके पूर्वी हिस्से में अब मैदान बन चुका है। जिसे किला मैदान के नाम से लोग जानते हैं। यहां दशहरा में रामलीला और रावण वध होता है। जिसमें भारी भीड़ जमा होती है।

नोट-बक्सर खबर ने अपना नया साप्ताहिक कालम शुरू किया है। जिसका नाम है यह भी जाने। इसके तहत प्रत्येक सप्ताह हम बक्सर के वैसे स्थान अथवा जानकारी को आपके सामने रखेंगे। जो पाठकों के लिए ज्ञानवर्धक हो। हम आपके सुझाव भी आमंत्रित करते हैं। क्योंकि सप्ताह में इसकी तिथि मंगलवार हो या बुधवार इसको लेकर हम पाठकों की राय जानना चाहते हैं।

5 COMMENTS

  1. Thanks of information.
    Main bahut hi kush hu ki aap log Buxar ke baare main bataya .or main aap se anurodh karta hu or bhi jankari de. Mughe lagta Hai ki Buxar se payara or koi jagah nahi Hai . mughe garv Hai ki meri janm bhumi Buxar Hai .

  2. आपकी सोच हम सब को विकसित करेगी।। हमे उम्मीद है कि बहुत सी जानकारिया बक्सर खबर से मिलेगी।।धन्यवाद।।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here