बक्सर खबर। मुख्य न्यायिक दंड़ाधिकारी की अदालत ने डुमरांव के थानेदार से जवाब मांगा है। सुमित गुप्ता द्वारा आरोप लगाया था कि उन्हें कोरानसराय के थानाध्यक्ष ने मारा। गलत मुकदमें में फंसाया। मुझे ले जाकर डुमरांव थाने में बंद किया गया। इसकी जांच कर रिपोर्ट तलब की गई थी। दो माह गुजर जाने के बाद भी पुलिस की रिपोर्ट अप्राप्त है। आप इसका जवाब दें।
इस आशय का पत्र डुमरांव थाने का भेजा गया है। यह बात कानूनी है। वहीं सुमित का कहना है। मेरे साथ अन्याय हुआ है। मुझे क्या न्याय मिलेगा। उन्होंने पुलिस पर आरोप भी लगाया है। गलत कार्यों का मैने विरोध किया। इस वजह से मुझे निशाना बनाया गया। यहां सुमित के दावे कितने सच हैं। यह सबसे ज्यादा वही जानते हैं। लेकिन, यहां न्यायालय ने पुलिस से ही जांच प्रतिवेदन मांगा है।