बक्सर खबर। राजपुर थाना के डेबीडेहरा गांव के पास अपराधियों की गोली से मारे गए दोनों युवक बेहद ही शरीफ थे। हत्या की खबर सुनने के बाद वहां जमा लोग यही कह रहे थे। विधाता की क्या यही इच्छा थी। शिक्षक सुशील पाठक बहुत ही अच्छे व्यक्ति थे। उनका किसी से विवाद नहीं था। वे नागरपुर प्राथमिकी विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक थे। वही हाल सीएसपी चलाने वाले कृष्णानंद पाठक का भी था। अपने गांव गैधरा में वह पीएनबी का ग्राहक सेवा केन्द्र चलाते थे। किसी को रात में भी अगर रुपये की आवश्यकता पड़ती थी। तो बेचारी मदद करते थे। उनकी पत्नी सुक्रवलियां गांव की रहने वाली हैं। वह पेशे से शिक्षक हैं।
यह युवक रोज उनको गांव से छोड़ने स्कूल जाता था। गर्मी की छुट्टी में पत्नी को उसके पिता के यहां छोड़कर आया था। वे सिलिगुड़ी में पोस्टेड हैं। तीन-चार पहले ही कृष्णानंद वहां से लौटे थे। आज दोनों युवक रामपुर स्थित पीएनबी बैंक से रुपये निकालने गए थे। वहां से लौटने के दौरान यह घटना हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि अभी भी दोनों युवकों का शव घटना स्थल पर ही पड़ा हुआ है। मौके पर डीएसपी सतीश कुमार और एसडीओ केके उपाध्याय पहुंचे हुए हैं। कृष्णानंद के पिता फौज में नौकरी करते हैं। वे इलाहाबाद से रहते हैं। वहां से गांव पहुंच रहे हैं। उन्हीं के इंतजार में शव पड़ा है। क्योंकि उसके परिवार का और कोई सदस्य गांव में नहीं रहता। जबतक परिवार वाले नहीं पहुंचते। शव की जिम्मेवारी कौन लेगा।