सिकरौल पंचायत का मामला, एफआईआर की तैयारी
बक्सर खबर। बैंक द्वारा खोले गए ग्राहक सेवा केन्द्र भ्रष्टाचार का केन्द्र बन गए हैं। यह भोले-भाले लोगों को धीरे-धीरे लूट रहे हैं। इसका ताजा मामला नावानगर प्रखंड के सिकरौल पंचायत में सामने आया है। वहां के मुखिया विभोर द्विवेदी ने इसके खिलाफ आवाज उठाई है। आथर में स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की मिली भगत से सीएसपी संचालक ने कई लोगों के खाते से लगभग 16 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली है। अपना पास बुक लेकर सेवा केन्द्र तक जाने वाले लोगों से संचालक ने अंगुठे का निशान लिया। कहा अभी जमा राशि नहीं पहुंची है।
उसी निशान के आधार पर पीछे रुपये भी निकाल लिए। जब लोगों ने पासबुक अपडेट कराया तो बैंक ने भी खेल किया। जिस तिथि को रुपये निकले। उसकी इंट्री पासबुक पर नहीं की। इसकी तरह की शिकायत लेकर राजबली सिंह, ददन पासवान, शिवलोचन देवी सभी निवासी बडहरा, प्रेम कुमारी देवी, बबिता देवी निवासी नियाजीपुर ने मुखिया को सूचित किया। इन सभी के खाते से 15960 रुपये की निकासी की गई है। जब बैंक के प्रबंधक के यहां मामला पहुंचा तो उन्होंने शिकायत लेने से इनकार कर दिया। यह देखते हुए स्थानीय लोगों ने बैंक के रीजनल मैंनेजर और विकास भगत जिला समन्वयक पदाधिकारी से शिकायत की। इन लोगों ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
15960 का चल रहा है बड़ा खेल
बक्सर खबर। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो राशि भवन निर्माण के लिए मिलती हैं उसकी राशि लगभग 1 लाख 20 हजार की होती है। जो तीन किस्त में लाभुक के खाते में जमा होती है। इसके अलावा 15960 रुपये अलग से मजदूरी के रुप में दिए जाते हैं। जो मनरेगा के तहत होता है। यह बात बहुत कम लोगों को पता है। यह राशि इस योजना से जुड़े लोग अक्सर उपर ही उपर मिलकर बैंक की सहायता से निकाल लेते हैं। बहुत से मुखिया भी इस राशि के बारे में नहीं जानते। इस घपले में भी यह बात सबको पता नहीं थी। लेकिन, खाते में रुपये आने और समय से कमीशन नहीं मिलने के कारण जब कुछ लोगों ने इन लाभुकों पर दबाव बनाया। तो वे अपनी राशि की जांच में जुटे। मामला सामने आया तो मुखिया की मदद ली। यह शिकायत खुलकर सामने आई तो मुखिया ने बैंक के बड़े अधिकारियों से संपर्क किया। साथ ही कहा अगर उचित कार्रवाई नहीं हुई तो मैं सीएपी संचालक और प्रबंधक पर नामजद प्राथमिकी करुंगा।
90*177=15930
hota hai sir na ki 15960
sabko Pata hona chahiye