– डीजीप के यहां पुलिस एसोसिएशन ने भेजी शिकायत
बक्सर खबर। दरोगा जी का दिल सिपाही पर आ गया है। वे उसे परेशान करते थे। फोन पर भी आग्रह करते थे। लेकिन, महिला सिपाही ने उनकी एक न सूनी। अंतत: स्थिति ऐसी आई की उन्होंने अपने पद का दुरूपयोग करना शुरू किया। नतीजा कुछ समय बाद उसे निलंबित कर दिया गया। महिला सिपाही पहले तो चुप रही। लेकिन, जब वेतन बंद हो गया तो उसने पूरी बात सबके सामने रख दी। इतना ही नहीं उसने बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन को भी सूचना दी। साक्ष्य के तौर पर उनसे हुई बातचीत का आडियो भी उपलब्ध करा दिया। बात जब एसोसिएशन तक पहुंची तो वहां से विमर्श के उपरांत पत्र पुलिस महानिदेशक के कार्यालय भेजा गया। 11 दिसम्बर को एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार धीरज ने यह पत्र डीजीपी को भेजा। पत्र विभाग को गया तो उसकी चर्चा आम हो गई।
वहीं दूसरी तरफ महिला सिपाही से बात करते दरोगा जी का आडियो भी वाइरल हो गया। जहां एक तरफ महिलाओं को सम्मान देने की वकालत हो रही है। वहीं ड्यूटी स्थल पर सिनियर अधिकारी द्वारा सहकर्मी का यौवन उत्पीड़न अपने आप में संगीन अपराध है। पत्र मुख्यालय पहुंचते विभाग के कान खड़े हो गए। सूत्रों ने बताया यह मामला बीएमपी चार का है। जिसका केन्द्र डुमरांव में स्थित है। वहां कार्यरत महिला आरक्षी के साथ परिवहन पदाधिकारी सत्येन्द्र प्रसाद ने ऐसा किया है। उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए उसे संस्पेंड भी करा दिया है। एसोसिएशन ने डीजीपी से कहा है। सिपाही को निलंबन मुक्त किया जाए। साथ ही दोषी व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई हो। विभाग ने इस मामले में जांच शुरू कर दी हैं बीएमपी के परिवहन अधिकारी के उपर निलंबन की तलवार लटक रही है। फिलहाल जिले के पुलिस अधिकारी इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। क्योंकि सच क्या है, यह बगैर जांच के कहना व्यवहारिक नहीं है।