-प्रदर्शनकारियों की मांग, मुआवजा भुगतान के बाद पाइप लाइन काम
बक्सर खबर। चौसा थर्मल पावर के लिए पाइप लाइन बिछाने का कार्य पिछले दो दिनों से प्रारंभ हो गया है। वहां पिछले दो माह से उचित मुआवजे की मांग कर रहे किसान सोमवार को पुन: काम रोकने पहुंच गए। विरोध का अंदेशा प्रशासन को पहले से था। इसको देखते हुए वहां ए एसडीएम दीपक कुमार व पुलिस फोर्स भी तैनात थी। उनके साथ किसानों ने तीखी बहस की। इस वजह से धनजी तिवारी व अखिलेश पांडेय को थाने पहुंचा दिया गया। इसको लेकर वहां काफी हंगामा हुआ। इस संबंध में पूछने पर मुफस्सिल के थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि उन्हें शाम में रिहा कर दिया।
ज्ञात हो की चौसा थर्मल पावर स्टेशन तक गंगा का से पानी ले जाया जाना है। साथ ही कोयले की आपूर्ति के लिए रेल लाइन भी बिछाई जानी है। इसके लिए जिन किसानों की भूमि का अधिग्रहण हो रहा है। वे उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं। जबकि प्रशासनिक स्तर से उन्हें वर्ष 2013 की दर से भुगतान की बात कही जा रही है। इसके लिए किसान तैयार नहीं हैं। इसको लेकर पिछले दो माह से गतिरोध जारी है। लगातार धरना भी चल रहा है। किसानों का प्रतिनिधि मंडल डीएम से भी मिलने गया था। लेकिन, सभी लोग यह कह कर के पल्ला झाड़ रहे हैं कि भूमि का मूल्य हमारे स्तर से नहीं बढ़ाया जाना है। साथ ही कोई सच भी नहीं बता रहा। भूमि का मूल्य तय कौन करेगा। यह सच मीडिया से भी छिपाया जा रहा है।