बक्सर खबर। त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का दौर चल रहा है। कई प्रखंड प्रमुख की कुर्सी जा चुकी है। ऐसे में शुक्रवार को यह सूचना मिली की जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव आ गया है। सूचना के अनुसार तीन दिन पहले ही गुपचुप तरीके से यह प्रस्ताव जिला परिषद अध्यक्ष के कार्यालय में प्रस्तुत किया गया। अध्यक्ष सबिता देवी पति मनोज यादव के खिलाफ 11 सदस्यों ने एवं उपाध्यक्ष लालसा देवी पति अरविंद कुशवाहा के खिलाफ 9 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्तुत किया है।
शुक्रवार को इसका खुलासा तब हुआ जब संचिका उप विकास आयुक्त के कार्यालय पहुंची। पूछने पर डीडीसी अरविंद कुमार ने बताया अविश्वास अध्यक्ष के कार्यालय से मेरे यहां भेजा गया है। इस पर मत विभाजन कब होगा? यह पूछने पर डीडीसी ने कहा चुकी अविश्वास उनके कार्यालय को प्राप्त हुआ है। नियमानुसार वे ही मतविभाजन की तिथि तय करेंगी। अर्थात अभी गेंद अध्यक्ष के पाले में है। वहीं दूसरी तरफ जिला परिषद सदस्यों में बेचैनी बढ़ गई है।
गुपचुप लाया गया अविश्वास प्रस्ताव
बक्सर खबर। जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले कौन लोग हैं। यह जानने का प्रयास किया तो पता चला यह सबकुछ गुपचुप तरीके से किया गया था। अगर विरोध सदस्यों ने अविश्वास प्रस्तुत किया होता तो वे जरुर अपनी बात बात मीडिया के समक्ष रखते। यह बात सार्वजनिक होती कि अमुक लोगों ने एकजुटता दिखाते हुए अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास दिया है। लेकिन यह बात तीन दिन बाद खुली। इसकी क्या वजह है। सूत्रों ने बताया यह सोची समझी राजनीति का हिस्सा है। क्योंकि अध्यक्ष के समर्थक जिनकी संख्या लगभग दस के आस-पास है। वे सभी एक दिन पहले ही जिला छोड़ चुके हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि सिमरी जिला परिषद की प्रतिनिधि रामावती देवी के नेतृत्व में उनके पुत्र विजय मिश्रा विरोधी खेमें को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हैं। यह राजनीतिक घमासान उस समय नया रुप अख्तियार करेगा। जब अविश्वास पर मत विभाजन की तिथि तय हो जाएगी।