– सभी मॉडल टीकाकरण केंद्र की किया जायेगा एक समान विकसित
– कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति ने पत्र लिखकर सिविल सर्जन को जारी किये निर्देश
बक्सर खबर : राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जनमानस को गुणवत्तापूर्ण एवं खुशनुमा वातावरण में टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नयी रणनीति बनायी है। इसके तहत राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में संचालित स्थायी टीकाकरण केंद्र को मॉडल टीकाकरण केंद्र के रूप में विकसित किया जाना है। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सिविल सर्जन को पत्र जारी कर इस सन्दर्भ में आवश्यक दिशानिर्देश दिए हैं।
जिले में चार टीकाकरण केंद्र होंगे विकसित :
जारी पत्र में बताया गया है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में स्थायी नियमित टीकाकरण केंद्र के कमरे अथवा हॉल को मॉडल टीकाकरण केंद्र के रूप में विकसित किया जायेगा। मॉडल टीकाकरण केंद्र के रूप में विकसित करने हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की संख्या के चयन का आधार जिला में कार्यरत कुल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का 55% एस्पिरएशनल जिला को और 35% अन्य जिला को दिया गया है। बक्सर जिला को आवंटित केन्द्रों की संख्या 4 है। इसके लिए जिला को छह लाख की राशि आवंटित की गयी है।
कोविड अनुरूप आचरण अपनाकर कराएं सुरक्षित टीकाकरण :
कोरोनाकाल में टीकाकरण का लाभ उठाते समय लाभार्थी कोविड अनुरूप आचरण अपनाकर खुद को और अपने परिजनों को कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रख सकते हैं। टीकाकरण के समय ज्यादा लोगों के साथ केंद्र पर जाने से परहेज करें। चेहरे पर मास्क लगाकर ही केंद्र में दाखिल हों और सैनिटाइजर डिस्पेंसर मशीन द्वारा अपने हाथों को अच्छी तरह से सैनिटाइज कर लें। इन छोटी चीजों का ध्यान रखते हुए खुशनुमा माहौल में टीकाकरण का लाभ उठायें।
इन मानकों पर विकसित होंगे केंद्र :
– समरूपता बनाये रखने के लिए किये सभी केन्द्रों की दीवार रोबिन ब्लू रंग से रंगी जाये।
– कमरे की सीलिंग में फाल्स सीलिंग एलइडी लाइट के साथ लगायी जाए।
– वायरिंग छुपी हुई और मॉडउलर स्विच एवं बोर्ड लगाया जाये।
– कमरे में एसी लगाया जाये
– टीकाकरण से सम्बंधित जानकारियों वाले विनायल बोर्ड दीवारों पर फिक्स किया जाये।
– टीकाकरण से सम्बंधित सामग्रियों को रखने के लिए 2 अलमारियों की व्यवस्था।
– कक्ष के बाहर केंद्र का नाम, स्थान एवं बिहार सरकार और स्वास्थ्य समिति के लोगों के साथ वाली लाइटयुक्त बोर्ड लगाया जाये।
– रिवॉल्विंग स्टील का स्टूल लाभार्थी के बैठने हेतु रखा जाये।
– टीकाकर्मी के बैठने हेतु कुर्सी की व्यवस्था।
– डोर क्लोजर।
– लाभार्थी के परिजनों के लिए समुचित बैठने की व्यवस्था।
– टीकाकरण जनित कचरे के निष्पादन हेतु कलर कोटेड बिन।
– पेपर स्टैंड।
– सैनिटाइजर डिस्पेंसर मशीन।
– इलेक्ट्रिक हब कटर।