बक्सर खबर। शरीर से दिव्यांग होना कोई अभिशाप नहीं है। ऐसे लोगों की मदद के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। जैसे अगर कोई दिव्यांग शादी करता है तो उसे एक लाख रुपये की सहायता मिलेगी। अगर पति और पत्नी दोनों दिव्यांग हैं तो यह राशि दो लाख रुपये होगी। इतना ही नहीं अंगर विवाह अंतरजातीय है। ऐसी स्थिति में एक लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता मिलेगी। इतना ही नहीं उन्हें नौकरी, जन वितरण प्रणाली की दुकान का आवंटन एवं अन्य योजनाओं में पांच प्रतिशत का आरक्षण भी दिया जाता है।
यह जानकारी आज बैठक में राज्य के नि:शक्तता आयुक्त डा शिवानी कुमार ने दी। उन्होंने समाहरणालय में सभी प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्हें बताया यह बहुत जरूरी है कि ऐसे लोगों के साथ विभागीय अधिकारी बहुत ही अच्छे ढंग से पेश आए। आयुक्त ने समीक्षा के दौरान यह पाया कि यहां दिव्यांग लोगों को पहचानपत्र निर्गत करने में संतोषजनक प्रगति नहीं है। इसके लिए सर्व शिक्षा अभियान के पदाधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग से उन्होंने जवाब तलब किया है। साथ ही यह निर्देश दिया कि सदर अस्पताल के अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भी प्रमाणपत्र उपलब्ध कराएं जाएं। बैठक में उनके साथ डीडीसी, सिविल सर्जन, एसडीओ केके उपाध्याय व अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।