बक्सर खबर। जिला दिव्यांग संघ के ने आज माडल थाना के समक्ष प्रदर्शन किया। उनका गुस्सा किसके प्रति है। यह जानने के लिए आते-जाते लोग खड़े हो नजारा देख रहे थे। वे केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे का पुतला जला उनके खिलाफ नारे लगा रहे थे। गो बैक…गो बैक। पूछने पर उन्होंने कहा हमारे यहां अस्पतालों में मरीजों का उपचार नहीं होता। सिर्फ उनको छला जाता है। तीन दिन पहले सदर अस्पताल में अपना एक पैर गवां चुके आकाश उपाध्याय उर्फ छोटू बाबा सदर अस्पताल में भर्ती हुए। उनके छाती में दर्द था। डाक्टरों ने उसे उन्हें भर्ती कर लिया।
उनका एक पैर नहीं है। इस लिए कहीं आ जा सकते नहीं थे। इस स्थिति में जब दर्द से परेशान हो चिल्लाने लगते दो दर्द का इंजेक्शन लगा दिया जाता। तीन दिन गुजर गए पर एक्सरे तक नहीं हुआ। जिससे यह पता चले। उनको क्या तकलीफ है। जब स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें निजी अस्पताल ले जाया गया तब पता चला छाती में पसली की हड्डी टूटी है। अगर जिले की ऐसी स्वास्थ्य व्यवस्था है तो उसके कौन जिम्मेवार है। हम अपनी बात कहने किससे जाए। जनता के प्रतिनिधि हमारी सुनते नहीं। अधिकारी तो एसी चेम्बर में बैठने आए हैं। अगर नेता भी हमारी नहीं सुनेंगे तो ऐसे प्रतिनिधि रहने का क्या लाभ।