– अपने सेवाकाल के दौरान पांच कर्मचारियों को बर्खास्त कर मचा दिया हड़कंप
बक्सर खबर। जिलाधिकारी अमन समीर ने समाहरणालय संवर्ग के दो कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। जानकारी के अनुसार राजस्व कर्मचारी राजेन्द्र यादव और लिपिक संवर्ग के कर्मी मुकेश कुमार को डीएम ने सेवा से निकाल बाहर किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेंद्र यादव वर्ष 2010 में सिमरी अंचल में कार्यरत थे। वहां सूखा राहत वितरण में राशि बगन का आरोप लगा। जांच पूरी हुई तो यह तथ्य सामने आया कि चार लाख रुपये का गबन हुआ है। इसके विरूद्ध वे लोकायुक्त कार्यालय गए।
जहां से उन्हें चार लाख रुपये सरकारी खजाने में जमा करने का आदेश दिया गया। लेकिन, उनके खिलाफ चल रही विभागीय कार्रवाई बंद नहीं हुई। फिलहाल व इटाढ़ी अंचल में कार्यरत थे। इसी बीच बीते दिन उनके खिलाफ जिलाधिकारी ने सेवा से बर्खास्त कर दिया। दूसरे कर्मी मुकेश कुमार है। वे फिलहाल निलंबित चल रहे थे। उनके विरूद्ध आरोप था कि वर्ष 2016 में भू अर्जन विभाग में बतौर नाजिर कार्य करते हुए उन्होंने एक लाख 30 हजार की जगह 13 लाख रुपये का चेक काट दिया। जिसका भुगतान उस व्यक्ति के नाम से हुआ। जो भूमि का मुआवजा धारक था। लेकिन, उनके विरूद्ध लगभग 12 लाख की राशि गबन का आरोप लगा।
इसी वर्ष जुलाई माह में उन्हें निलंबित किया गया था। साथ ही प्रपत्र क गठित कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई चलती रही। अब इसका फैसला सेवा बर्खास्तगी के रूप में सामने आया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार जिलाधिकारी अमन समीर ने अपने ढाई वर्ष के सेवाकाल में अब तक कुल पांच कर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर भ्रष्ट कर्मियों के खिलाफ दहशत फैला दी है। एक माह पहले ही उन्होंने पंचायत सचिव साबित रोहतासवी को बर्खास्त किया था। उससे पहले भी वे दो अन्य कर्मियों को सेवा से चलता कर चुके हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार जिला बनने के बाद से बक्सर में अभी तक किसी भी जिलाधिकारी ने इतनी बड़ी संख्या में कर्मियों को बर्खास्त नहीं किया। हालांकि यह सभी मामले उनके पदस्थापना से पूर्व के हैं।