-मंगलवार को सदर अस्पताल में हुआ अजीब वाकया
बक्सर खबर। सदर अस्पताल में मंगलवार को अपराह्न चार बजे अजीब वाकया हुआ। डाक्टरों ने जिस महिला को मृत घोषित कर दिया था। उसके दिल की धड़कने चलने लगी। इसको लेकर परिजनों ने डाक्टरों पर गंभीर आरोप लगाए। उसका उपचार पुन: शुरू किया गया। लेकिन, घंटे भर बाद उसकी सांसे पुन: रुक गई। थक हारकर परिवार वापस लौट गया। ऐसा वाकया रोहतास जिले के दावथ निवासी सुनीता के साथ हुआ। महिला की तबियत काफी खराब थी।
दावथ से लोग उसे लेकर बक्सर सदर अस्पताल लेकर आए। क्योंकि उसे सांस लेने में तकलीफ थी। लेकिन, अस्पताल आते ही डाक्टरों ने उसे मृत बता दिया। घर वाले महिला के बेटे का इंतजार करने लगे। इतने में वह आया। मां से लिपट कर रोने लगा। लेकिन, तभी उसे धड़कन की एहसास हुआ। वह दौड़कर डाक्टर के पास गया। हंगामा होते देख डाक्टर आए। मरीज को ऑक्सीजन दिया जाने लगा। लेकिन, घंटे भर बाद सारी संभावनाएं बंद हो गई।
इस बीच परिवार के सदस्य रविन्द्र प्रसाद ने आरोप लगाया। एक घंटे तक वह जिंदगी से लड़ी। अगर चिकित्सकों ने पहले उपचार किया होता तो शायद सुनीता देवी बच जाती। वहीं डाक्टर आरबी प्रसाद जो वहां ड्यूटी पर थे। उन्होंने मीडिया के लोगों से कहा, ऐसा नहीं था। कभी-कभी मरीज के शरीर में कुछ हरकत महसूस होती है। जिसे देखकर परेशान परिवार वाले समझते हैं। मरीज जिंदा है। ऐसा नहीं था, जब वास्तविकता का उन्हें पता चला तो वे लौट गए।