बक्सर खबर: मगध एक्सपे्रस के इंजन में लगी आग को हालांकि रेलवे द्वारा अधिकारिक तौर पर भले ही साजिश नहीं माना जा रहा है। लेकिन ट्रेन के चालक संजय कुमार व गार्ड गनेश प्रसाद ने स्पष्ट कहा कि धरौली हाल्ट के पास पटरी पर फिस प्लेट रख ट्रेन दुर्घटना कराने की साजिश थी। डाउन मगध एक्सपे्रस अपराहन तीन बजे टुड़ीगंज रेलवे स्टेशन से आगे बढ़ी थी। करीब पांच मिनट चलने के बाद ड्राइवर को आगे पटरी पर कुछ रखा दिखा। चालक ने टेªन को बेपटरी करने की साजिश को समझ तत्काल इमरजेंसी बे्रक लगा दिया। तबतक इंजन रेल पटरी पर रखे गए फिस प्लेट से टकरा गई तथा इस टक्कर से इंजन का आयल बाक्स टूट गया जिससे इंजन से धंआ निकलने लगा। आनन फानन में चालक सहित कई अन्य रेलयात्री टेªन से कूद पड़े। चालक सहित कई अन्य यात्रियों ने यहा तक कहा कि जैसे ही जैसे ही इमरजेंसी बे्रक लगा ट्रेन को रोका गया तो करीब आधा दर्जन लोग टैªक से भागते दिखे। इसी ट्रेन से दिल्ली आरा आ अरे एसी कोच के बी-1 के यात्री अविनाश तिवारी, मुगलसराय रेलवे के पावर हाउस के कर्मी सोनू कुमार सहित कई अन्य रेल यात्रियों ने इसकी पुष्टि की है। बहरहाल अभी ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि हादसे के बाद भागने वाले लोग साजिश में शामिल थे या ट्रेन में आग लगते देख डर के मारे भाग खड़े हुए। हालांकि रेलवे द्वारा घटना की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि लोकोपायलट में टेक्निकल खराबी के चलते इंजन में आग लगी या फिर रेल दुर्घटना कराने की एक बड़ी साजिश थी।