बक्सर खबर: जिलें में अपराध की घटना बढ़ने को लेकर काफी चर्चा है। इसी बीच डुमरांव पुलिस सख्ती से पेश आई है। जिसका परिणाम है कि अनुमंडल के चौदह थानों में एक भी प्रोपर्टी क्राइम (लूट व छिनतई) की घटना नहीं हुई है। इस खुलासा डुमरांव एसडीपीओं कार्यालय में रविवार दोपहर मासिक अपराध समीक्षा बैठक के दौरान हुआ। डुमरांव एसडीपीओं के.के. सिंह ने सभी थानाध्यक्षों को मनोबल बढ़ाने के लिए उन्हें बधाई दी। पुलिस ने विभिन्न मामलों में 200 आरोपियों को जेल भेजा है। जिसमें डुमरांव पुलिस सर्किल कार्यालय से 100 लोगों को पकड़ा गया गया। जिसमें 53 को जेल भेजा गया 47 को थाने से जमानत दी गई। 12 कुर्की में से 8 मामलों में कुर्की किया गया। वहीं ब्रह्मपुर पुलिस सर्किल कार्यालय के अंतर्गत आने वाले थानों से विभिन्न कांडों में आरोपी 87 लोगों को पकड़ जेल भेजा गया है। जून माह में कुल छह हत्या जिसमें दो दुघर्टना साबित हुई। वहीं तीन में पुलिस ने मुख्य आरोपी को जेल भेजा है। जबकि विभिन्न मामलों में 10 लोगों ने कोर्ट में सरेंडर किया है।
4,200 लीटर शराब बरामद, एक दर्जन तस्कर जेल
बक्सर खबर: डुमरांव अनुमंडल पुलिस ने अपराधियों के अलावे शराब तस्करों की भी बैंड बजाई। जिससे अनुमंडल के 14 थानों से लगभग 4,200 लीटर शराब बरामद किया और एक दर्जन तस्करों को जून में जेल भेजा। जिसमें बड़ी सफलता नैनिजोर पुलिस को मिली 1253 बोतल बरामद किया। जिसमें एक पीकअप और चालक गिरफ्तार हुआ। कृष्णाब्रह्म में 52 पेटी शराब बोलेरो में बरामद हुआ चालक फरार हो गया। ब्रह्मपुर में 41 पेटी सफारी गाड़ी से बरामद हुआ चार तस्कर को पकड़ा। कोरानसराय थाना ने 58 पेटी शराब खेत से पकड़ा एक को जेल भेजा। वहीं पुलिस आंकड़ों के अनुसार जून में 50 से अधिक जेल भेजे गये।
कप्तान और उपकप्तान के बैटिंग से अपराधियों में दहशत
बक्सर खबर: क्राइम जगत से जुड़े जानकारों की मानें तो एक दशक बाद डुमरांव अनुमंडल को के.के.सिंह जैसे एसडीपीओं मिला है। जो स्वंय घटनाओं पर नजर रख रहे है साथ ही अपराधियों के खिलाफ बैटिंग भी कर रहे है। एसपी राकेश कुमार उन्हें भरपूर सहयोग दे रहे हैं। देर रात एसडीपीओ स्वंय गश्ती कर रहे है वहीं दिन में लोगों के जुड़कर घटना की तह तक पहुचने में मदद ले रहे है। उपकप्तान की बैटिंग देख कप्तान भी खुश हैं।
टीम वर्क के कारण जून में अपराधियों पर कसी गई नकेल
बक्सर खबर: डुमरांव एसडीपीओं के.के.सिंह ने कहा कि यह डुमरांव पुलिस के लिए बड़ी उपल्बधी है कि जून में एक भी लूट व छिनतई की घटना नहीं हुई है। छह हत्या के मामले दर्ज हुए हैं ।जिसमें जांच के दौरान दो दुघर्टना निकला है। वहीं चार में से तीन में आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। दिनेश श्रीवास्तव हत्या कांड का उद्भेदन भी अंतिम चरण में है। यह सब संभव तब हुआ जब सारे थानाध्यक्षों ने एक-दूसरे से तालमेल बनाए रखा ।