बक्सर खबर। दुर्गा पूजा का त्योहार शक्ति की आराधना और उपासना का त्योहार है। जितनी ही शांति व सच्ची निष्ठा के साथ इसे मनाया जाए। इसका उतना ही अध्यात्मिक लाभ सभी को मिलता है। बहरहाल त्योहार कोई भी हो प्रशासन की परेशानी स्वभाविक है। शुक्रवार को त्योहार के निमित शांति समिति की बैठक हुई। जिलाधिकारी राघवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय में बैठक प्रारंभ हुई। एसडीओ केके उपाध्याय, डीएसपी मुख्यालय व सदर एवं सभी थानेदार उपस्थित हुए। डीएम ने कहा आप सभी अपने संबंधित क्षेत्र में यथा शीघ्र शांति समिति की बैठक कर लें। शहर में जहां भी पूजा हो रही है। उसके लिए लाइसेंस अनिवार्य है।
अगर नए पंडाल बन रहे हैं तो आवेदन करने वाले की तस्वीर, अध्यक्ष व सचिव का हस्ताक्षर युक्त आवेदन होना चाहिए। इसकी तस्दीक स्वयं डीएम के स्तर से होगा। वैसे सभी लाइसेंस धारी अनुमंडल में आवेदन देंगे। जो पंडाल बड़े होंगे उन्हें भवन निर्माण विभाग से फिटनेस प्रमाणपत्र लेना होगा। भीड़ वाले पंडाल महिला व पुरूष के लिए अलग-अलग रो बनाएंगे। डीएम ने सभी पूजा समितियों को इस बात के लिए आगाह किया। ध्यान रहे यह उत्सव धार्मिक है इस लिए कहीं भी कोई आपत्ति जनक अथवा राजनीतिक कार्टून नहीं बनने चाहिए। इस पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। साथ ही आवागमन को सुचारु रखने के लिए जगह-जगह बैरियर लगाने, बरसात के दौरान खराब सड़क के गड्ढे भरने आदि का निर्देश दिया गया।
बीस को होगा विसर्जन, 19 तारीख को रावण वध
बक्सर खबर। बैठक के दौरान सभी पूजा समिति एवं राजनीतिक दल के लोगों को आमंत्रित किया गया था। सभी की सलाह प्रशासन ने सूनी। प्रशासन ने आपसी विमर्श के बाद यह तय किया कि 20 अक्टूबर दिन शनिवार को विसर्जन किया जाएगा। बैठक के एक दिन पूर्व डीएम राघवेन्द्र सिंह, एसपी उपेन्द्र नाथ वर्मा व एसडीओ केके उपाध्याय किला मैदान का निरीक्षण करने गए थे। वहां रामलीला समिति के बैकुण्ड नाथ शर्मा से बात हुई। सुरक्षा प्रबंध और प्रशासनिक दिशा निर्देश से उन्हें अवगत कराया गया। समिति ने बताया रावण वध का मंचन 19 तारीख को होगा। लीला तीन बजे प्रारंभ हो जाएगी। 5 बजे रावण, मेघनाथ व कुंभकरण का पुतला जलाया जाएगा।