बक्सर खबर। 21वीं शदी का सबसे लम्बी अवधि का चन्द्रग्रहण दिनांक-27-07-2018 को लगेगा। यह ग्रहण पूरे भारत वर्ष के अतिरिक्त अन्टार्कटिका, आस्ट्रेलिया, (रुस के दूरस्थ उत्तरी भाग को छोड़कर )एशिया, अफ्रीका, यूरोप, दक्षिण अमेरिका के मध्य और पूर्वी भाग मे दिखाई देगा। भारतीय समयानुसार ग्रहण का स्पर्श-काल 11: 54 अद्र्घ रात्रि है। खग्रासारम्भ रात्रि 1 बजे एवं ग्रहण मध्य 01:52 है। खग्रास समाप्ति 02:43रात्रि एवं ग्रहण मोक्ष 03:49 पर होगा। अत: ग्रहण अवधि 3घंटा 55मिनट, सम्पूर्ण ग्रास (खग्रास)अवधि1 घंटा 43 मिनट होगा। ग्रहण समाप्ति का समय 03: 49 है। चन्द्रग्रहण का सूतक 9 घंटे पूर्व यानि 02: 54 अपराह्न से प्रारम्भ हो जायेगा। अत: सूतक से पहले गुरूपूर्णिमा को गुरू पूजनादि कार्य कर लेने चाहिए।
क्योंकि सूतक प्रारम्भ होते ही मंदिरों के कपाट बन्द हो जायेंगे। सूतक लग जाने पर मन्दिर में प्रवेश करना, मूर्ति को स्पर्श करना, भोजन करना,मैथुन क्रिया व यात्रा इत्यादि वर्जित है। बालक, बृद्ध, रोगी अत्यावश्यक पथ्याहार ले सकते है। भोजन सामग्री जैसे दूध, दही, घी इत्यादि मे कुश रख देना चाहिए। गर्भवती महिलाएँ पेट पर गाय के गोबर का पतला लेप लगा सकती है। ग्रहण अवधि मे श्राद्ध, दान-जप, मंत्र सिद्धि इत्यादि का शास्त्रोक्त विधान है। मंत्रो के जप से संक्षिप्त पुरश्चरण हो जाता है।
राशि के अनुसार ग्रहण देखने का फल-
बक्सर खबर । -मेष-सुख, लाभ, वृष-अपमान, मानहानि, मिथुन-अरिष्ट, मृत्युतुल्य कष्ट, कर्क-स्त्रीकष्ट, सिंह-सुख वृद्धि, कन्या-चिन्ता, व्यग्रता। तुला-व्यथा, मनस्ताप, वृश्चिक-लक्ष्मी प्राप्ति, धनु-हानि, मकर-घात,अरिष्ट। कुंभ-हानि, मीन-लाभ,धन वृद्धि के योग हैं। वैसे ग्रहण रात्रि बेला में दृष्टिगोचर हो रहा है। इस लिए बहुत से लोग इसके प्रभाव से बच जाएंगे। यह जानकारी हमें ज्योतिषाचार्य पंडित नरोत्तम द्विवेदी ने हमें दी है।