-बक्सर खबर। संविधान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित हो रहे संविधान सप्ताह के अवसर पर गुरुवार को जिले के बाल विकास केंद्र विद्यालय, हीतन पड़री में समाज के निचले पायदान पर खड़े लोगों को विधिक सहायता प्रदान करने हेतु विशेष विधिक जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। अपर मुख्य न्यायाधीश सह सचिव – जिला विधिक सेवा प्राधिकार धर्मेन्द्र तिवारी की अध्यक्षता में कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर उपस्थित क्षेत्र के विभिन्न लोगो एवं छात्र छात्राओं के समूह को संबोधित करते हुए न्यायाधीश धर्मेन्द्र तिवारी ने नागरिकों के हेतु त्वरित न्याय के लिए बनाई गई संवैधानिक व्यवस्थाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि – “न्यायालयों में वर्षो तक लंबित मुकदमों के बोझ को कम करने तथा सभी नागरिकों के लिए न्याय सहज सुलभ कराने हेतु लोक अदालतों का गठन किया गया है।
जिसमें बिना किसी अतिरिक्त ताम झाम के जनता को न्याय व्यस्था के तहत न्याय उपलब्ध करवाया जाता है। इसमें कोई भी व्यक्ति त्वरित रूप से न्यायिक व्यवस्था का लाभ लेकर न्याय सुनिश्चित कर सकता है।” इस अवसर पर बाल विकास केंद्र के निदेशक सतीश चंद्र त्रिपाठी ने अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि – “न्यायिक व्यवस्था को आम जनमानस तक पहुंचाने के पथ को प्रशस्त करने के लिए न्यायाधीश महोदय का उपस्थित जनसमूह की तरफ से स्वागत करता हूं उन्हें धन्यवाद देता हूं। जागरूकता के अभाव में अगर कोई भी व्यक्ति न्याय पाने से वंचित रह जाता है तो यह संविधान की मूल भावना की विपरीत होगा।
प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति तक न्याय पहुंचाना ही संविधान के प्रति सच्ची निष्ठा होगी। कार्यक्रम का संचालन प्रखर वक्ता अखिलेश पांडेय ने किया। विषय प्रवेश चंदन चौबे कात्यायन ने कराया। न्यायाधीश महोदय को पुष्प गुच्छ एवं स्मारिका देकर विद्यालय के निदेशक सतीश चंद्र त्रिपाठी व वीना द्विवेदी ने सम्मानित किया। इस दौरान मुख्य रूप से ऋषिकेश त्रिपाठी, अवधेश पाठक, ब्रह्मानंद यादव, परवेज, हृदय शंकर तिवारी, गिरीश चंद्र त्रिपाठी, राहुल दुबे, दीपू दुबे, संजय उपाध्याय, सीमा कुमारी, अविनाश कुमार, सुलक्षणा त्रिपाठी, जूही सिंह, अनामिका कुमारी, वंदना सिंह सहित अनेकों ग्रामीण व छात्र छात्रा उपस्थित रहे।