बक्सर खबर। चौसा में पशु मेला चालू हो गया है। लेकिन, उसे किसी ने लाइसेंस नहीं दिया। बावजूद इसके मेला चालू हो गया है। ऐसा कैसे हुआ और किसके प्रयास से हुआ। इसकी चर्चा जोरो पर है। इस बीच एक तथ्य सामने आया है। मेला जहां लगता है। उसकी भूमि के व्यवसायिक उपयोग की अनुमति ली जा रही है। कुल पांच-सात लोगों ने समपरिवर्तन का आवेदन दिया है। उन्हें अनुमति भी मिल गई है। अर्थात कृषि योग्य भूमि के व्यवसायिक उपयोग की इजाजत उन्होंने प्राप्त कर ली है। इसके लिए भू स्वामी को शुल्क अदा करना होता है। लेकिन, इससे मेला लगाने की अनुमति नहीं मिल जाती। कुछ माह पहले यहां छापा पड़ा था। तब बात सामने आई थी पशु तस्करी का यह बहुत बड़ा अड्डा है।
लेकिन अब मेला लगाने वाले लोगों का दावा है यहां पशु के व्यापारी और किसान आते हैं। मेले को तो बदनाम किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ एक अधिकारी ऐसे भी हैं। जिनकी नजर चौसा मेले पर लगी है। उन्होंने सीओ चौसा को पत्र भेज यह जानकारी मांगी है। किस नियम के तहत वहां की भूमि का सम परिवर्तन हो रहा है। इसकी जानकारी मुझे दी जाए। हालाकि पत्र पिछले महीने ही जारी हुआ था। चौसा सीओ ने उनको जवाब नहीं भेजा। ऐसे में संबंधित पदाधिकारी ने दोबारा पत्र भेज उनको याद दिलाया है। उपर और नीचे वाले यह न भूल जाएं की बीच में एक और अधिकारी हैं। इस लिए हमें भी उसकी सूचना दी जाए। यह सबकुछ कैसे हो रहा है। इस बात की चर्चा इन संबंधित कार्यालयों में हो रही है।