बक्सर खबर। सुदूर गांव में बसे मेहनत किसान व मजदूरों को कृषि की बेहतर तकनीक एवं रोजगार परक खेती से सीधे जोडऩे के लिए बुधवार को डुमरांव के पुराना भोजपुर के पास कार्यशाला का आयोजन किया गया। बिहार एग्रीकल्चर ग्रोथ एंड रिफार्म इनीसिएटीव (बागरी) द्वारा आयोजित प्रशिक्षण शिविर में ब्रिटेन से आए कृषि विशेषज्ञों ने भी हिस्सा लिया। इसका शुभारंभ डीएफआइडी प्रमुख गैबिन गिलीव्रे, इंग्लैंड के उप उच्चायुक्त ब्रुउच बुकनेल, प्रोग्राम मैनेजर आर के पिल्लई, संयुक्ता सिन्था, जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह व डुमरांव फार्मर प्रोड्यूसर के सीईओ पुतुल पांडेय ने संयुक्त रुप से किया।
प्रशिक्षण में यह बताया गया किस तरह किसानों को अच्छे बीच, उर्वरक व अन्य संसाधन उपलब्ध होंगे। साथ ही कैशलेस सिस्टम की जानकारी के लिए कांची डिजीटल प्लेटफार्म की शुरुआत भी की गई। पुतुल पांडेय ने बताया बागरी किसान सेवा केन्द्र के माध्यम से जुड़कर कैसे किसान बचत कर सकते हैं। इसके तहत पपीता, स्ट्राबेरी, तरबूज आदि की खेती के बारे में भी जानकारी दी गई। साथ ही बागरी योजना महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जाता सत्तू योजना ले आई है। जिसका सीधा लाभ महिलाएं उठा सकती हैं। कार्यक्रम के दौरान भोजपुर और डुमरांव के आस-पास के किसानों को आमंत्रित किया गया था।